Bhiwani Murder Case: राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले नासिर और जुनैद को किडनैप करने के बाद हरियाणा के भिवानी में जलाकर हत्या कर के मामले में कार्रवाई जारी है. राजस्थान पुलिस द्वारा नामजद आरोपियों की तलाश में जगह-जगह दबिश दी जा रही है. जानकारी के अनुसार, 16-17 तारीख की रात को राजस्थान पुलिस ने हरियाणा पुलिस के साथ नूंह जिले के रहने वाले नामजद आरोपी श्रीकांत की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी थी.
दबिश देने के बाद नामजद आरोपी श्रीकांत शर्मा की मां ने नूंह जिले के नगीना थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि आरोपी की गर्भवती पत्नी के साथ राजस्थान पुलिस ने मारपीट की, जिससे उसके पेट में पल रहा बच्चा मर गया. महिला के साथ मारपीट करने की घटना का भरतपुर जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने खंडन किया है. उन्होंने कहा है कि परिजनों द्वारा लगाया गया यह आरोप झूठा है. क्योंकि राजस्थान पुलिस ने किसी के साथ मारपीट नहीं की थी. जब राजस्थान पुलिस आरोपी की तलाश में उसके घर गई थी तो साथ में हरियाणा पुलिस भी थी.
सांसद ने लिखा महिला आयोग को पत्र
भरतपुर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद रंजीता कोली ने सोमवार को एक पत्र राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा को लिखकर हरियाणा में महिला के साथ मारपीट करने वाले राजस्थान पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है. पत्र में सांसद रंजीता कोली ने लिखा है कि जिस तरीके से भरतपुर के दो युवकों को जिंदा जलाने की घटना सामने आई है, वह बेहद दुखद और निंदनीय है. लेकिन, इस घटनाक्रम में राजस्थान पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं.
मृतकों के परिजनों ने जिनके नाम पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी, उसी रिपोर्ट के आधार पर राजस्थान के पुलिस 16 फरवरी की रात श्रीकांत नामक युवक को पकड़ने के लिए उसके घर दबिश देने गई थी. लेकिन वह घर पर नहीं मिला. पुलिस ने उसके परिवार वालों के साथ जिस तरीके से मारपीट की और अधिकारियों द्वारा ही गर्भवती महिला के साथ बर्बरता की और उन पर अत्याचार किया. एक महिला होने के नाते मैं एक महिला का दर्द समझ सकती हूं. जब एक महिला अपने बच्चे को 9 महीने कोख में रखती है, तो उस महिला पर क्या गुजरती है. लेकिन, भरतपुर पुलिस ने उनके घर जाकर मारपीट की. वह आरोप श्रीकांत की पत्नी कमलेश ने लगाए हैं.
'जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है राजस्थान पुलिस का कृत्य'
सांसद ने कहा कि मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला है कि भरतपुर के पुलिस ने जो किया वह भी एक जघन्य अपराध की श्रेणी में आता है. भरतपुर पुलिस द्वारा गर्भवती महिला को लात मारने और हाथापाई करने से उसके बच्चे की मृत्यु हुई है. मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि राजस्थान की भर्ती और पुलिस के अधिकारियों के कहने पर हरियाणा में जाकर पुलिसकर्मियों द्वारा एक गर्भवती महिला और उसके परिवार के साथ बर्बरता की है वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. इसलिए एक जांच कमेटी बिठाकर उन दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भ्रूण हत्या और मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
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