राजस्थान विधानसभा में बुधवार को पेपर लीक और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ. बीजेपी विधायकों ने अशोक गहलोत सरकार में अब तक हुए 18 भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक का मामला उठाया. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने आरपीएससी की अब तक की भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई से जांच कराने की मांग की. वहीं पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने तो आरपीएससी को भंग करने की मांग की. इस बीच अशोक लाहोटी ने संगीता आर्य और मंजू शर्मा का नाम आने कामला उठाया. नारायण सिंह देवल ने बाबूलाल कटारा की नियुक्ति की जांच कराने की मांग की. बीजेपी विधायकों ने इस मुद्दे पर नारेबाजी करते हुए सदन के वेल में आ गए. इसके बाद बीजेपी विधायक नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के साथ सदन से वॉकआउट कर गए. 


शून्यकाल में बीजेपी विधायकों ने उठाया मुद्दा


शून्यकाल में स्थगन के जरिए बीजेपी के करीब 40 विधायकों ने पेपर लीक का मुद्दा उठाया. बीजेपी विधायकों ने भ्रष्टाचार के मामले को लेकर स्थगन प्रस्ताव दिए.इस पर स्पीकर सीपी जोशी ने चार विधायकों नारायण सिंह देवल, अशोक लाहोटी, वासुदेव देवनानी और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को स्थगन प्रस्ताव पर बोलने की अनुमति दी.


इस दौरान राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में भ्रष्टाचार और पेपर लीक दो ऐसे मुद्दे हो गए हैं, जिन पर चर्चा का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारी मत मानों, लेकिन पायलट साहब की तो मानो, जिन्होंने पैरों के छालों की कसम खाकर कहा था कि आरपीएससी को भंग करना चाहिए. अब तक आरपीएससी को जो परीक्षा है, उन सबकी सीबीआई से जांच हो. जिन लोगों के तार पेपर लीक और गड़बड़ियों से जुड़े हैं, जिनके दामन दागदार हैं, उन्हें हटाकर उनके संबंधों की जांच की जाए. उन्होंने कहा कि हम नौजवानों को लुटने नहीं देंगे.


कितने पेपर लीक हुए हैं अब तक


राठौड़ ने कहा कि साढ़े चार साल के शासन में 18 परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं, जिनमें 14 परीक्षा निरस्त करनी पड़ी. अभ्यर्थियों से 400 करोड़ रुपये की फीस वसूली हुई है. भ्रष्टाचार का आलम यह है कि अब तो अलमारी में नोट और सोने की ईंट भी मिलने लगी हैं. आरपीएससी में अब तक का इतिहास है कि किसी मेंबर को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया है.कांग्रेस के पूर्व मंत्री को ईओ भर्ती में भ्रष्टाचार को लेकर गिरफ्तार किया है.


एफआईआर में आरपीएससी मेंबर मंजू शर्मा का नाम सामने आया है और एसीबी के मुखिया क्लीनचिट दे रहे हैं कि आरपीएससी से इसका कोई लिंक नहीं है,जबकि दूसरी तरफ मामले की जांच हो रही है. राठौड़ ने कहा कि ऐसे में हमारी मांग है कि आरपीएससी की ओर से अब तक की गई सभी भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच होनी चाहिए. 


आरोपियों को क्यों मिली जमानत


लाहोटी ने कहा कि पेपरलीक में राजस्थान ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है, जिन सरगनाओं को पकड़ा गया था, उनको जमानत मिल गई है और वह फिर उसी काम में लग गए हैं. देवनानी ने कहा कि भर्ती परीक्षाओं पर पेपर लीक एक कलंक हो गया है पेपर लीक में जिम्मेदारों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.नारायण सिंह देवल ने कहा कि आरपीएससी मेंबर कटारा किसकी सिफारिश पर सदस्य बने थे? इसकी जांच होनी चाहिए. डीपी जारोली को अब तक क्यों नहीं गिरफ्तार किया जा रहा? सरकार इस पर जवाब दे.


इसके बाद बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया और वैल में आकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.स्पीकर सीपी जोशी ने सदस्यों से अपने सीट पर जाने को कहा, लेकिन बीजेपी विधायक हंगामा करते रहे इसके बाद वो सदन से वॉकआउट कर गए. 


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