Rajasthan Assembly Election 2023: आज जयपुर में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा (BJYM) ने अशोक गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Government) के खिलाफ मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने पहले तो पार्टी कार्यालय के सामने घंटे भर सभा को संबोधित किया जहां पर प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से बीजेपी के लोग आये थे. इस दौरान मंच पर बीजेपी राजस्थान के प्रभारी अरुण सिंह भी पहुंच गए. मंच से पूनिया ने अशोक गहलोत सरकार को खूब कोसा. 


'अशोक गहलोत सरकार वीक है तभी तो पेपर लीक है'
उन्होंने कहा कांग्रेस तेरी कब्र खुदेगी राजस्थान में भी और जम्मू-कश्मीर में भी. अशोक गहलोत सरकार वीक है तभी तो पेपर लीक है. पूनिया ने कहा कि गहलोत की सरकार युवाओं के साथ अन्याय कर रही है. यह सरकार किसान और महिला विरोधी है. उन्होंने कहा कि अगर ये सरकार न्याय नहीं दे पा रही है तो इसे कुर्सी छोड़ देनी चाहिये. जानकारों का कहना है कि भाजयुमो के प्रदर्शन के बहाने केंद्र तक पूनिया ने अपना संदेश पहुंचा दिया है. जिस तरीके से बड़ी संख्या में विधायक और सांसद को जयपुर में उन्होंने इस कार्यक्रम में बुला लिया यह बड़ा संदेश और संकेत भी है. 


 






हिमांशु शर्मा ने भी दिखाई ताकत
दरअसल, पिछले कई धरना और प्रदर्शन में भाजयुमो कमजोर दिखा है, लेकिन इस बार के प्रदर्शन में भाजयूमो अध्यक्ष ने हिमांशु शर्मा ने पूरी ताकत लगा दी है. पूनिया की अगुवाई में होने वाले इस युवा आक्रोश रैली को बेहतर करने के लिए भाजयुमो ने पूरी ताकत झोंक दी. यहां से पूरे प्रदेश तक सन्देश देने की तैयारी है. हिमांशु का कहना है कि इस रैली के द्वारा युवाओं की बात सरकार तक पहुंचाने का काम किया गया है. सरकार पूरी तरह मनमानी पर उतारू है. हिमांशु का कहना है कि पुलिस द्वारा मारी गई पानी की बौछारों से हम डरने वाले नहीं हैं.


संगठन को साधना बड़ी चुनौती
दरअसल, संघटन को एक सूत्र में बांधना राजस्थान बीजेपी के लिए आज बड़ी चुनौती थी क्योंकि चूरू में वसुंधरा राजे अपना जन्मदिन भी मना रही हैं. जयपुर जिले के कई नेता खुद सालासर चले गए हैं. खुद जयपुर के सांसद और एक विधायक इस प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए. हालांकि, सांसद ने सोशल मीडिया पर इस प्रदर्शन का समर्थन किया है. सूत्रों का कहना है कि बड़ी संख्या में बीजेपी और भाजयुमो के नेता असमंजस में थे लेकिन अंत में इससे आगे निकलते हुए बीजेपी नेता और तमाम पदाधिकारी इस प्रदर्शन में शामिल हुए. इससे यह बात साफ़ हो गई है कि संगठन को साधने में पूनिया सफल दिखे हैं. 


यह भी पढ़ें:


Rajasthan: भरतपुर में फर्जी Income Tax Officer बन पांच युवकों ने ऐसा क्या किया कि जाना पड़ा जेल, पढ़िए पूरी खबर