Ram Mandir Inauguration: कांग्रेस द्वारा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण पत्र ठुकराने से राम भक्तों में नाराजगी है. आज कोटा में युवा मोर्चा ने भी इसका तीखा विरोध किया है. कोटा आने पर कांग्रेस नेताओं को रामचरित मानस भेंट करने का अभियान आरंभ किया गया है, जिसके अंतर्गत भाजयुमो कार्यकर्ता जय श्री राम का उद्घोष करते हुए कांग्रेस नेता रविंद्र त्यागी के घर पहुंचे जहां पर रविंद्र त्यागी पहले से ही बाहर निकल गए. कार्यकर्ताओं ने रविंद्र त्यागी के घर के बाहर राम के नारे लगाते हुए राम चरित मानस भेंट की.


'दुनिया जाने को उत्साहित और यह निमंत्रण पत्र ठुकरा रहे' 
पूर्व युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष गिर्राज गौतम ने कहा ''कांग्रेस नेताओं को राम के नाम से भी डर लगता है, जैसे सतयुग में राम नाम से राक्षस डरा करते थे.'' गौतम ने कहा आज संपूर्ण दुनिया के राम भक्त 22 जनवरी का इंतजार कर रहे हैं. 500 वर्षों के लंबे संघर्ष, त्याग, तपस्या और बलिदानों के बाद यह क्षण आया है और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने निमंत्रण ठुकरा कर सनातन और राम विरोधी मानसिकता का परिचय दिया है. कांग्रेस शुरू से राम मंदिर के खिलाफ रही है, इसलिए उन्होंने अदालत में राम मंदिर के विरुद्ध 22 वकील खड़े कर दिए. राम सेतु को काल्पनिक बता दिया लेकिन अब समय बदल चुका है. 


'देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए कांग्रेस को'
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश राम के दिखाए रास्ते पर चलेगा. रामलला का निमंत्रण ठुकराने पर कांग्रेस के नेताओं को देश के राम भक्तों से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार से सनातन का विरोध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आने वाले समय में देश की जनता इसका जवाब जरूर देगी. कोटा में आने वाले हर कांग्रेस नेता को रामचरितमानस भेंट की जाएगी, ताकि प्रभु श्री राम इन्हें सद्बुद्धि दे साथ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हिंदू भी इस बात पर अपना वक्तव्य साफ करें कि क्या वह कांग्रेस के अपने शीर्ष नेताओं की बात से सहमति रखते हैं.  


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