Sirohi Murder Case: सिरोही पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है. 30 नवंबर को दुधिया तालाब में अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से हड़कंप मच गया था. मृतक के सिर में चोट के निशान मिलने से हत्या की आशंका जताई गई.


पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने मामले की जांच के निर्देश दिए. कोतवाली पुलिस ने हाईवे, होटल्स, पेट्रोल पंप और टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की. सीसीटीवी कैमेरों की फुटेज देखकर संदिग्धों को चिन्हित किया गया.


मृतक की पहचान रणजीत कुमार के तौर पर हुई. संदिग्धों को पकड़ने के लिए शिवगंज, सुमेरपुर, मोरडू, खिवान्दी, तखतगढ में छापेमारी की गई. चार दिन में सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा कर पुलिस ने दो आरोपियों को दबोच लिया.


हत्यारा रणजीत कुमार का दोस्त ही निकला. मुख्य आरोपी विजय कुमार उर्फ नोगिया रणजीत का अच्छा दोस्त था. विजय को रणजीत के खाते में बड़ी रकम की जानकारी थी. मन में लालच पैदा होने के बाद दोस्त ने रणजीत को ठिकाने की साजिश रची. लूटपाट के इरादे से विजय ने दोस्तों को सुपारी दी. विजय ने महिला मित्र पिंकी गोविन्द जाधव, राहुल वाल्मिकी और गोविन्द भील को साथ मिला लिया.


दोस्त ने दोस्ती को किया कलंकित


शिवगंज में मारपीट कर रणजीत की पत्थर से वार कर हत्या कर दी गई. आरोपी तालाब में शव फेंक कर फरार हो गए. पुलिस ने तकनीकी सहायता से मुख्य आरोपी विजय कुमार उर्फ नोगिया और पिंकी गोविन्द जाधव को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों नें जुर्म कबूल कर लिया है. अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. मृतक रणजीत की पत्नी नीलम कुमावत ने हत्या का प्रकरण दर्ज करवाया था. पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल नें बताया कि हत्या के मामले में विजय कुमार उर्फ नोगिया और पिंकी गोविन्द जाधव पत्नी गोविन्द को गिरफ्तार कर लिया गया है.


रिपोर्ट- तुषार पुरोहित


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