(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan में अशोक गहलोत का Blue Tick हटा, वसुंधरा-पायलट का बरकरार, जानें ट्विटर ने किन-किन पर की कार्रवाई
Twitter Blue Tick: ट्विटर ने पहले ही कहा था कि जो लोग ब्लू टिक के लिए पेड सब्सक्रिप्शन नहीं लेंगे उनके ब्लू टिक हटा लिए जाएंगे. इसी के तहत गुरुवार देर रात ये कार्रवाई की गई है.
Jaipur News: माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने गुरुवार रात एक्शन लेते हुए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) समेत विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी (CP Joshi) और बीजेपी नेता सतिश पूनियां (Satish Poonia) के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया है. हालांकि सचिन पायलट, वसुंधरा राजे और गोविंग डोटासरा के ट्विटर अकाउंट पर अभी भी ब्लू टिक बरकरार है.
एलन मस्क ने किया था ऐलान
कुछ समय पहले ही ट्विटर कंपनी के मालिक एलन मस्क (Elun Musk) ने ऐलान करते हुए बताया था कि 20 अप्रैल के बाद से उन अकाउंट्स से ब्लू टिक हटा दिया जाएगा, जिन्होंने पेड सब्सक्रिप्शन नहीं लिया है. उन्होंने इस बात पर जोर देकर कहा था कि अगर ब्लू टिक चाहिए तो इसके लिए मंथली चार्ज देना पड़ेगा. अपनी घोषणा के मुताबिक, ट्विटर ने वेरिफाइड अकाउंट से फ्री ब्लू टिक हटा दिए हैं जिन लोगों ने ट्विटर ब्लू प्लान के लिए भुगतान नहीं किया है. इनमें कई बड़ी हस्तियों के नाम शामिल हैं.
2009 में शुरू हुआ था ब्लू टिक
आपको बताते चलें कि ट्विटर पर ब्लू टिक देने का सिलसिला वर्ष 2009 में शुरू किया गया था. उस वक्त ये फ्री होता था और सिर्फ सेलिब्रिटीज, पॉलिटिकल लीडर्स, बड़े पत्रकार और इंफ्लूएंशर आदि को ही दिया जाता था. लेकिन एलन मस्क के ट्विटर खरीदने के बाद नियमों में बदलाव कर दिए गए. जिसके बाद से ब्लू टिक के लिए चार्ज लेने की घोषणा की गई. ब्लू टिक हटाए जाने पर अभी तक राजस्थान के किसी भी राजनेता या अन्य की प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालांकि लोगों ने सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा करनी शुरू कर दी है.
ब्लू टिक के लिए क्या करना होगा?
ट्विटर के नए नियम के अनुसार, भारत में Twitter Blue के मोबाइल यूजर्स के लिए अकाउंट होल्डर को हर महीने 900 रुपये का भुगतान करना होगा. जबकि लैपटॉप/डेस्टॉप के लिए यूजर्स को 650 रुपये का शुल्क देना होगा. जिन लोगों के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक चला गया है उसे भी सब्सक्रिप्शन लेकर वापस पाया जा सकता है.