Brain Dead student Organ Donation: पश्चिमी राजस्थान के एम्स जोधपुर (AIIMS Jodhpur) में पहली बार अंगदान किया गया है. विक्रम को डॉक्टरों ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया था. मरीज के परिजनों ने अंगदान करने का फैसला लिया. विक्रम का बॉडी पार्ट्स जयपुर एसएमएस अस्पताल भेजने के लिए एम्स से एयरपोर्ट तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. एम्स डायरेक्टर गोवर्धन दत्त पुरी ने बताया कि विक्रम के परिजनों का बहुत सहयोग रहा है.
अंगदान का फैसला अन्य लोगों के लिए प्रेरणा बनेगा. एम्स के ओपीडी इंचार्ज डॉक्टर दीपक झा ने बताया कि विक्रम सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था. अस्पताल में जांच के बाद विक्रम को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया. ऐसे में परिवार के लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए अंगदान का कदम उठाया. उनके कदम से कई अन्य मरीजों को जीवनदान मिल रहा है.
मर कर भी जिंदा है विक्रम
खासतौर से अंगदान पश्चिमी राजस्थान के लिए जागरूकता का मैसेज है. विक्रम के बॉडी पार्ट्स को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जयपुर एसएमएस अस्पताल भेजा जा रहा है. जयपुर के एसएमएस अस्पताल में मरीज को अंग प्रत्यारोपण की तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. ब्रेन डेड मरीज का एक लीवर और किडनी भेजा जा रहा है. मामा ने बताया कि विक्रम 12वीं बोर्ड की परीक्षा का पेपर देकर घर लौट रहा था. रास्ते में फैक्ट्री के पास ट्रक ने कुचल दिया. घायल अवस्था में एम्स लाया गया.
परिजनों ने किया फैसला
डॉक्टरों ने जांच करने के बाद विक्रम को ब्रेन डेड घोषित कर दिया. एम्स के डॉक्टरों की सलाह पर परिजन अंगदान करने को राजी हो गये. मामा का कहना है कि विक्रम के पीछे तीन भाई और एक छोटी बहन है. घर में मजदूरी करने वाला कोई नहीं बचा. विक्रम के साथ हादसा को भुलाना मुश्किल होगा. विक्रम परिवार के लिए मरकर भी जिंदा है. उसके बॉडी पार्ट्स से कई मरीजों को नया जीवन मिलेगा. भाई महेंद्र ने बताया कि अस्पताल में डॉक्टरों ने विक्रम के ब्रेन डेड होने की जानकारी दी.
अंगदान देगा जीवन दान
उन्होंने बताया कि ब्रेन डेड होने के बाद विक्रम ठीक नहीं हो सकता. डॉक्टरों की बात सुनकर परिवार में मातम पसर गया. डॉक्टरों को अंगदान की सहमति दे दी गयी. परिवार के लोगों ने कहा कि विक्रम मर कर भी नई जिंदगी दे रहा है. विक्रम के अंगदान से कई मरीजों को जीवनदान मिलेगा. ऑपरेशन के जरिये लीवर और किडनी निकाली गई है. बॉडी पार्ट्स जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती मरीज को प्रत्यारोपित किये जाएंगे. भाई महेंद्र ने बताया कि विक्रम कॉमर्स का स्टूडेंट था.
उसका सपना था पढ़ लिखकर नौकरी करे और परिवार की आर्थिक स्थिति को संभाले. विक्रम का सपना पूरा नहीं हो सका. जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट वेस्ट के बासनी थाना अधिकारी शफीक खान ने बताया कि पाल गांव का रहने वाला विक्रम 12वीं की परीक्षा देकर लौट रहा था. रास्ते में ट्रक ने कुचलकर घायल कर दिया. अस्पताल में छात्र को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया. परिजनों ने अंगदान करने की घोषणा कर दी. विक्रम का बॉडी पार्ट्स ले जाने के लिए एम्स से एयरपोर्ट तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जा रहा है.
एयर एंबुलेंस के जरिये जयपुर एसएमएस अस्पताल बॉडी पार्ट्स को ले जाने की तैयारी कर ली गयी है. जोधपुर के पाल गांव स्थित सारण नगर निवासी 19 वर्षीय विक्रम कुमार पुत्र रमेश कुमार 12वीं वाणिज्य की परीक्षा देकर सोमवार दोपहर 12:00 बजे बाइक से घर लौट रहा था. बोरानाडा में हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री के सामने एक अन्य बाइक सवार अचानक मुड़ने लगा. बाइक में टक्कर होने के बाद विक्रम उछलकर सड़क पर जा गिरा. विक्रम को ट्रक कुचलते हुए आगे निकल गया. आसपास खड़े लोगों ने छात्र को एम्स पहुंचाया. परिजनों की शिकायत पर बोरानाडा पुलिस ने थाने में एफआईआर दर्ज कर ली है.
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