राजस्थान में विधानसभा चुनाव को तीन माह रह गए हैं. ऐसे में बीजेपी कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों क्षेत्र में अपने वजूद को स्थापित करने और वोटर को लुभाने में लगी हुई है. लेकिन कई मामले ऐसे भी हो रहे हैं जिसमें पार्टियां आमने-सामने भी हो रही है. ऐसा ही एक मामला उदयपुर संभाग के डूंगरपुर जिले में सामने आया. यहां एक नदी पर बनी पुल के उद्घाटन को लेकर कांग्रेस और भारतीय ट्राइबल पार्टी आमने सामने हो गई स्थिति ऐसी हो गई की भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात करना पड़ा.

  



ढाई करोड़ की लागत में बनी पुल पर ऐसा हुआ विवाद

 

दरअसल, डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के टामटिया- जाखड़ के बीच मोरन नदी पर करीब ढाई करोड़ की लागत में पुल का निर्माण हुआ. पुल निर्माण की शुरुआत 2020 में हुई थी जो लगभग बनकर पूरी हो गई है.

 

वायु की सागवाड़ा से ही भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायक रामप्रसाद डिंडोर अचानक अपने कार्यकर्ताओं के साथ में पुल का उद्घाटन करने के लिए निकल पड़े. इसके पीछे कारण यह था कि एक दिन पहले ही एक निमंत्रण पत्र वायरल हो रहा था, जो कि कांग्रेस की तरफ से बताया गया था.

 

इसमें पुल का उद्घाटन कांग्रेस नेताओं द्वारा होना बताया गया था. ऐसे में क्षेत्रीय विधायक होने के नाते विधायक राम प्रसाद पुल पर पहुंचने के लिए निकल पड़े. इस बात की पुलिस को पहले से खबर पड़ गई तो पुलिस ने पुल पर पहुंचने से पहले ही विधायक और उनके कार्यकर्ताओं को रोक लिया. वहां थोड़ी बातचीत हुई और समझाइश की. फिर कार्यकर्ता और विधायक पुल के कुछ नजदीक पहुंचे जहां देखा कि उद्घाटन पट्टी का टूट चुकी है. इस पर भी कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किया गया. समझाइश के बाद वहां से अन्य जगह पहुंचे और बैठक की.

 

 कांग्रेस और बीटीपी ने क्या कहा?

 

मीडिया से बात करने पर विधायक राम प्रसाद ने कहा कि नए क्षेत्र का विधायक हूं और मेरे द्वारा ही मुद्दा उठाने के बाद इस पुल के स्वीकृति मिली. उद्घाटन के निमंत्रण कार्ड में मेरा नाम ही नहीं दिया गया जबकि क्षेत्रीय विधायक होने के नाते मेरी मौजूदगी जरूरी है.

 

इसी कारण कार्यकर्ताओं ने खुद जाकर उद्घाटन करने की सोची. वहीं टामटिया कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश जोशी का कहना है कि स्थानीय कांग्रेस पदाधिकारी ने यहां पर पुल बनाने की बात कही थी और बात आगे तक पहुंचाई. इसके बाद पुल की स्वीकृति मिली और निर्माण हुआ. ऐसे ही स्थानीय पदाधिकारियों के हाथ से इसका 13 जुलाई को उद्घाटन करना था लेकिन जयपुर में कांग्रेस की बैठक होने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया.