Rajasthan Elections 2023: आदिवासी दिवस (9 अगस्त) पर बांसवाड़ा स्थित आदिवासियों के सबसे बड़े आस्था के केंद्र मानगढ़ धाम (Mangarh Dham) में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की सभा हुई. इस सभा के 9 दिन बाद भारतीय ट्राइबल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वेलाराम घोघरा (Velaram Ghoghra) ने इसका विरोध जताया है. उनका कहना है कि राजनीतिक पार्टियां आदिवासी दिवस को हाईजैक करना चाहती है जो ठीक नहीं है.

 

वेलराम घोघरा ने एबीपी से बात करते हुए कहा कि मानगढ़ धाम एक प्रसिद्ध स्थल है, जहां 4 राज्यों के आदिवासियों की बड़ी आस्था जुड़ी हुई है. आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में आदिवासी स्वैच्छा से यहां आते हैं, किसी को बुलाने की जरूरत नहीं पड़ती है. मैं खुद यहां 30 साल से जा रहा हूं. इसे राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाना चाहिए. आदिवासी दिवस एक ऐसा दिन है जब लोग मानगढ़ पहुंचते हैं और अपने साथ हो रहे अन्याय के बारे में बात करते हैं और बात को आगे पहुंचाते हैं. 

 

वोट बैंक की बात कर दिया धोखा- घोघरा

घोघरा ने कहा कि यहां कोई भी पार्टी आए किसी कोई कोई तकलीफ नहीं है, सभी का स्वागत है. हमारी तकलीफ यह है कि आदिवासी दिवस ही क्यों? इसे हाईजैक करने की कोशिश की जा रही है. वह यहां आए और गांव गांव तक गाड़ियां पहुंचीं और सभी को कहा चलो मानगढ़. वो तो वैसे भी वहां जाने वाले थे लेकिन जो बात आदिवासियों के बीच में होनी चाहिए वह नहीं हुई और पूरा राजनीतिकरण हो गया. उन्होंने संख्या का प्रदर्शन और वोट बैंक की बात करके आदिवासियों को धोखा दिया. 

 

इन सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी भारतीय ट्राइबल पार्टी

घोघरा ने आगे कहा, ''इस सभा के बाद मैं खुद बांसवाड़ा गया और साथ ही कार्यकर्ता भी घूमें. मंदिर में बैठे एक व्यक्ति से पूछा तो उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कहा था कि मेरी मां कहती थी कि आदिवासी भारत के मूल निवासी हैं. यह बात सही है लेकिन उन्हें आदिवासी दिवस पर नहीं आना था. कुल मिलाकर इसे हाईजैक करने की कोशिश की जा रही है और मानगढ़ धाम को राजनीतिक अखाड़ा बना दिया है जो ठीक नहीं.''

 

भारतीय ट्राइबल पार्टी की बात करें तो आदिवासी क्षेत्र में पिछले चुनाव में उभरकर सामने आई थी. यहां उन्होंने 2 विधानसभा में जीत भी हासिल की थी. अब मेवाड़ वागड़ की 28 में से 17 आरक्षित सीटों पर भारतीय ट्राइबल पार्टी अपने प्रत्याशी उतारने जा रही है.