Union Budget 2023 India: केन्द्र सरकार अपना बजट पेश करने जा रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) वर्ष 2023-24 का बजट 1 फरवरी को पेश करेंगी. इस बजट में क्या प्रावधान होने चाहिए, किस सेक्टर को लाभ होगा, किसका टेक्स बढेगा, जीएसटी, सरकार की आय के स्त्रोत, राजनैतिक लाभ और हानि के साथ इस बजट से आमजन को भी काफी अपेक्षाएं हैं। बजट जहां देश की दिशा तय करता है, वहीं आम आदमी के जीवन में भी परिवर्तन लाता है. ऐसे में सरकारी कर्मचारी, महिलाएं, व्यापारी, स्पोर्ट्समेन या युवा वर्ग सभी को बजट से कहीं ना कहीं उम्मीद रहती है.


युवाओं की बात करें तों युवा वर्ग इस बजट को लेकर उत्साहित है. साथ ही सरकार से ये अपेक्षा भी करता है कि आने वाला बजट युवाओं की अपेक्षा पर खरा उतरे और उन्हें रोजगार के संसाधनों के साथ ही देश के विकास में अपनी भागीदारी निभाने का अवसर भी दे. सेना में भर्ती होने की बात हो या रेलवे में स्पोर्ट्स कोटा लागू करने का मामला हो, सभी जगह युवाओं को रोजगार के संसाधन उपलब्ध कराए जाएं. इन सभी विषयों पर जब युवाओं से बजट को लेकर चर्चा की गई, तो उन्होंने सरकार से एक ही प्रमुख मांग को रखा और वह है रोजगार. रोजगार होगा तो उनका भविष्य उज्जवल होगा.


कोचिंग व कॉलेज की फीस निर्धारण हो


युवा अतुल सांवत का कहना है कि इस बजट में युवाओं के लिए अलग से पैकेज दिया जाए। ये पैकेज शिक्षा के क्षेत्र में हो और बेरोगारी को कम करने के लिए होना चाहिए. इसके साथ ही नई वैकेंसियां निकाली जानी चाहिए ताकि युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सके। युवाओं को बजट से रोजगार की अपेक्षा है.


कोटा को कोचिंग हब कहा जाता है, यहां देश के कोने-कोने से स्टूडेंट आते हैं और अपना भविष्य बनाते हैं. कोटा में कॅरियर तो बन जाता है, लेकिन इसके पीछे परेशानियां बेहद अधिक है. कोई लोन लेकर पढ रहा है, तो कोई जमीन बेचकर, तो किसी ने अपनी जमा पूंजी खर्च कर दी। सरकार से इस बजट में मांग की है कि कोचिंग की मोटी फीस को कम किया जाए और इसके लिए एक कमेटी बने, जो फीस का निर्धारण स्टूडेंट के परिवार की आय के अनुसार करे.


आईटीई की तरह हो फीस में छूट
 
जब युवाओं से चर्चा में ये बात भी निकलकर सामने आई कि जब केन्द्र और राज्य सरकार शिक्षा में आरटीई लागू कर रियायत दे रही है, तो कोचिंग में भी ऐसा नियम लागू किया जाना चाहिए. ताकि गरीब और जरूरतमंद बच्चों को निःशुल्क कोचिंग उपलब्ध कराई जा सके और गरीब वर्ग के लोगों पर अतिरिक्त भार नहीं पड़े। ये अतिरिक्त भार भी कई बार सुसाइड का कारण बनता है. सुसाइड को रोकने के लिए ये एक अच्छी पहल होगी.


युवाओं में एक युवा का कहना था कि काफी समय पहले कोटा संभाग में स्पोर्ट्स कोटे से सैकडों लोगों की नौकरियां लगी है. ऐसे में एक बार फिर इसे लागू किया जाए, ताकी स्थानीय प्रतिभा को मौका मिले और वह रोजगार से भी जुड़ जाए। रेलवे में स्पोर्ट्स कोटे के आधार पर नौकरियां लगनी चाहिए.


बेरोजगारी भत्ते का हो प्रावधान
 
इसके साथ ही केन्द्रीय बजट 2023-24 में इस बार सरकार से युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिए जाने की मांग की गई है, ताकि जिन्हें नौकरी नहीं मिली है, वह बेरोजगारी भत्ते से राहत पा सकें. बेरोजगार युवाओं को प्रतिमाह कम से कम 8-10 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता मिलना चाहिए. इसके साथ ही युवाओं के लिए विशेष पैकेज का एलान होना चाहिए, जिससे युवा वर्ग लाभांवित हो सके.


सरकार से युवा ये भी अपेक्षा कर रहा है कि यदि उसे रोजगार नहीं मिल रहा और वेकेंसियां नहीं निकल रही, तब तक सरकार बिना ब्याज और गारंटी के युवाओं को पांच से दस लाख तक का लोन दे. ताकी वह नया व्यवसाय शुरू कर सके. इसके साथ ही नए स्टार्टअप पर भी सरकार को एक मुश्त राशी देनी चाहिए, ताकी प्रतिभाएं दम नहीं तोड़े और देश के विकास में भागीदार बने.


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