Rajasthan News: राजस्थान के डीग जिले के मेवात क्षेत्र में ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत साइबर क्राइम कर वन विभाग की भूमि पर अवैध निर्माण कर बनाये गए मकान पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिए. देश के लगभग 15 राज्यों पुलिस की पुलिस आये दिन लोकेशन को ट्रेस कर साइबर क्राइम के आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश देती रहती है.  


चलाया ऑपरेशन एंटी वायरस 
भरतपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राहुल प्रकाश द्वारा रेंज में ऑपरेशन एंटी वायरस चला रखा है. मार्च से शुरू किये ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत पिछले तीन महीने में पुलिस ने करीब 500 जालसाजों को गिरफ्तार किया है. कामां, जुरहरा, पहाड़ी, सीकरी, गोपालगढ़, कैथवाड़ा ऐसे थाने हैं, जहां जालसाज सक्रिय हो गए हैं.


ऑपरेशन एंटी वायरस को देखते हुए कई ठग भूमिगत हो गए है. पुलिस ने साइबर क्राइम के अपराधियों की संपत्ति की जांच शुरू कर दी है. साइबर क्राइम कर ठगी करने वाले आरोपियों द्वारा मेवात क्षेत्र में वन विभाग की भूमि पर अवैध कब्जा कर मकान बना लिए है. 


साइबर ठगों के अवैध निर्माण पर पुलिस का चला पीला पंजा 
डीग जिले के मेवात क्षेत्र में ऑपरेशन एंटी वायरस के तहत साइबर क्राइम कर लोगों से अविगढ़ कमाई कर वन विभाग की भूमि पर अवैध निर्माण कर बनाये गए मकान पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिए है. पुलिस ने मेवात में कैथवाड़ा थाना क्षेत्र के झेंझपुरी गांव में साइबर क्राइम के आरोपी रफ्फी व उसके दो पुत्रों के द्वारा अवैध कमाई कर वन भूमि पर बनाये मकान पर पुलिस ने पीला पंजा चलाकर मकानों को ध्वस्त कर दिया है. 


तीन मकानों को कर दीया था ध्वस्त
गौरतलब है की  मेवात क्षेत्र में कामां थाना क्षेत्र के गांव लेबड़ा में भी वन विभाग और पुलिस विभाग की टीम ने मिलकर गांव लेबड़ा के रहने वाले साइबर जालसाज भोपा मेव, बब्बर मेव व वाजिद मेव तीन साइबर ठगों के तीन मकानों पर पीला पंजा चलाकर मकानों को ध्वस्त कर दीया था. पुलिस और प्रशासन द्वारा तोड़े गये मकानों को ठगों ने साइबर अपराध से अर्जित की गई कमाई से वन विभाग की भूमि पर बनाये थे.


क्या कहना है पुलिस का 
कैथवाड़ा थानाधिकारी  मदन लाल मीणा ने बताया कि, पुलिस की तरफ से साइबर ठगों के खिलाफ एक अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत जिस साइबर ठग ने साइबर ठगी के पैसे सरकारी जमीन पर मकान बनाए हुए हैं उन्हें. तोड़ा जा रहा है. रफ़्फ़ी निवासी झेंझपुरी थाना सीकरी के बारे में पता लगा कि, उसने साइबर ठगी के पैसे से वन विभाग की जमीन पर आलीशान मकान बनाया हुआ है. 


वन विभाग ने रफ़्फ़ी को 2 जुलाई को मकान तोड़ने का नोटिस जारी किया. जिसके बाद रफ़्फ़ी ने अपना मकान मजदूरों से तुड़वाना शुरू कर दिया. लेकिन पुलिस प्रशासन जेसीबी मशीन लेकर झेंझपुरी गांव पहुंचा और मकान को ध्वस्त कर  दिया गया.


ये भी पढ़ें: Rajasthan Crime: चचेरे भाई ने की थी बुजुर्ग महिला और 2 मासूमों की हत्या, जोधपुर पुलिस का 24 घंटे के भीतर खुलासा