Rajasthan News: गरीबों के आशियाने पर चला बुलडोजर, बेघर हुई गर्भवती ने सड़क पर दिया बच्ची को जन्म, मां की मौत
Jodhpur News: मनोहर की सीता की डिलीवरी 2 दिन बाद होनी थी. लेकिन अतिक्रमण ध्वस्त करने के दौरान सदमे, पथराव और लाठीचार्ज को देखकर डर और घबराहट के बाद गर्भवती सीता ने सड़क पर ही एक बच्ची को जन्म दे दिया.
Rajasthan News in Hindi: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashoj Gehlot) गरीब को गणेश मानकर काम करते हैं. वही सीएम गहलोत के गृह जिले जोधपुर में एक बार फिर गरीबों के आशियानों पर बुलडोजर चलाकर उन्हें उजाड़ा गया. चौपासनी हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में आवासन मंडल की जमीन पर पिछले कई सालों से रह रहे, लोगों को आज बेघर कर दिया गया. आवासन मंडल के अधिकारी पुलिस जाप्ते के साथ अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंचे. अतिक्रमणकारियों के बीच टकराव हो गया. पुलिस के जवानों ने हंगामा कर रहे अतिक्रमणकारियों पर लाठीचार्ज किया. इस दौरान अतिक्रमणकारियों ने पथराव कर पूरी टीम को खदेड़ दिया. पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों के बीच समझाइस कर शांति करवाई.
किस महिला की हुई मौत
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड की कच्ची बस्ती में रहने वाली गर्भवती महिला सीता पत्नी मनोहर की डिलीवरी 2 दिन बाद होनी थी. लेकिन आज अतिक्रमण ध्वस्त करने के दौरान आसियान ऊपर बुलडोजर चलने के सदमे, पथराव और लाठीचार्ज को देखकर डर और घबराहट के बाद गर्भवती सीता ने सड़क पर ही एक बच्ची को जन्म दे दिया.सीता के पहले से ही पांच लड़कियां हैं.डिलीवरी होने के बाद भी सड़क पर ही तड़पती रही.आसपास की महिलाओं ने कुछ मदद की लेकिन सीता की बेबसी ऐसी थी कि वो सड़क पर ही दर्द के कारण तड़प-तड़प कर मौत हो गई. यह घटना ने पुलिस प्रशासन और सरकार पर सवाल खड़े कर रही है.
जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट वेस्ट के चौपासनी पुलिस थाना अधिकारी जुल्फिकार ने बताया कि आवासन मंडल की जमीन पर अतिक्रमण हटाने को लेकर पुलिस सुरक्षा मांगी गई थी.पुलिस सुरक्षा के साथ शाम यहां पहुंचे.इस दौरान अतिक्रमणकारियों से विवाद शुरू हो गया और पथराव शुरू हो गया.इस दौरान मौजूद लोगों को खदेड़ कर दूर हटाया गया.दोनों ही पक्षों में अब शांति है.
क्या कहना है पीड़ितों का
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में पिछले कई सालों से झोपड़ी बनाकर अपना जीवन व्यतीत करने वाले भाट समाज के लोगों की पूरी की पूरी बस्ती से अतिक्रमण हटाने की आज कार्रवाई की गई. क्षेत्र के लोगों ने आरोप लगाया कि आसपास के बंगले वाले लोग हम गरीबों को रहने नहीं दे रहे हैं. हम गरीबों को बेघर कर दिया है.अब हम यह जगह छोड़कर तो यहां से नहीं जाएंगे.सड़क पर ही रह कर भले हमें मरना पड़े हम जगह नहीं छोड़ेंगे.
बस्ती में रहने वाले सेठाराम ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गरीब को गणेश मानकर काम करते हैं और गरीबों के लिए उन्होंने कहा है कि जो जहां पर बैठा है उसे वहीं पर पट्टा देकर बैठा दो लेकिन हमारे साथ तो अत्याचार हो रहा है.हमारे घरों को तोड़ दिया गया है.और हमें बेघर करके सड़क पर बैठा दिया है.हम लोगों को इस कार्रवाई से पहले किसी तरह का नोटिस नहीं दिया गया .आज अचानक जेसीबी मशीनों से घरों को तोड़ा गया हमारे घरों में लगे सालों पुराने पेड़ों को भी गिरा दिया.
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