Kanhaiya Lal Murder: राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैया लाल हत्याकांड के विरोध में प्रदेश के कई जिलों में हिंदू संगठनों ने बंद का आह्वान किया है. बूंदी जिले के कापरेन, डाबी कस्बे में व्यापारिक दुकानें बंद रहीं. कस्बे की गलियों में सन्नाटा पसरा रहा. बंद को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया था. पुलिस की गाड़ियां गलियों में धारा 144 की पालना कराने को लेकर मुनादी करवाती हुई नजर आईं. हालांकि घटना के विरोध में व्यापारियों ने स्वतः ही अपनी हुकानें बंद रखीं. सुबह होने के साथ ही किसी ने भी अपनी दुकानें नहीं खोलीं. बंद को लेकर जिले की डीएम रेनू जयपाल और एसपी जय यादव ने निगाहें बनाए रखीं. 


दोषियों को फांसी की सजा दी जाए
डीवाईएसपी शंकर लाल मीणा ने बताया कि कापरेन कस्बा शांतिपूर्वक बंद रहा. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किए गए थे ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे. घटना के विरोध में व्यापारियों ने स्वतः ही अपनी दुकानें बंद रखी. किसी भी संगठन ने सड़क पर उतरकर दुकानें बंद कराने का प्रयास नहीं किया. उन्होंने बताया कि बंद को लेकर कुछ हिन्दू संगठन पुलिस से मिले थे. जिन्होंने उदयपुर में हुई हत्या कांड का विरोध जताया था और कहा कि उदयपुर हत्याकांड के दोषियों को फांसी की सजा दी जाए. 


Udaipur News: उदयपुर में कर्फ्यू में ढील के बाद घरों से बाहर निकले लोग, पाबंदियों को लेकर डीएम ने दी ये जानकारी


सूचना तंत्र को रखें मजबूत  
इधर बूंदी की डीएम रेनू जयपाल ने निर्देश दिए कि सभी उपखण्ड मजिस्ट्रेट, पुलिस उप अधीक्षक, तहसीलदार, थानाधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी सहित पटवारी, आईएलआर, आशा सहयोगिनी, आंगनबाड़ी और अन्य कर्मचारियों के सहयोग से सूचना तंत्र को प्रभावी रूप से मजबूत बनाए रखें. सभी घटनाओं पर गहनता से नियंत्रण रखा जाए. किसी भी प्रकार के सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज की सूचना बिना देरी किए संबंधित अधिकारी तक पहुंचे और इसकी व्यवस्था की जाए. साथ ही समय पर उचित कार्यवाही की जाए एवं कोई भी सरकारी कर्मचारी बिना स्वीकृति के मुख्यालय नहीं छोड़े. डीएम ने निर्देश दिए कि उपखण्ड अधिकारी संबंधित क्षेत्र में पुलिस विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली सी.एल.जी सदस्यों की बैठक भी समय पर कराने के लिए निर्देशित करें. पुलिस-प्रशासन के बीच में समन्वय रखते हुए साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाये रखना सुनिश्चित करें.


28 जून को हुई थी उदयपुर में हत्या
गौरतलब है कि 28 जून की दोपहर उदयपुर के धान मंडी इलाके में कन्हैया लाल नीम के टेलर की गला काट कर हत्या कर दी गई थी. उसके बाद पूरे प्रदेश भर में कानून-व्यवस्था को देखते हुए इंटरनेट बंद कर दिया गया था. धारा 144 लगा दी गई थी. इन 4 दिनों में राजस्थान के कई जिले लगातार घटना के विरोध में बंद हैं. इसी कड़ी में अलवर, भरतपुर, कोटा के साथ-साथ बूंदी जिले के कई कस्बे भी बंद है. 


Rajasthan News: राजस्थान का हरिपुरा गांव, जहां 400 साल पुरानी इस परम्परा से लगाया जाता है मानसून का पता, लोगों को है अटूट विश्वास