Rajasthan में वेश्यावृत्ति के दलदल से युवतियों को निकालेगा 'ऑपरेशन अस्मिता', बूंदी में सामाजिक कुरीतियों में फंसे ग्रामीणों का फूटा दर्द
Bundi: बूंदी जिला कलेक्टर रेणु जयपाल और प्रशासन की टीम "ऑपरेशन अस्मिता" के अंतर्गत ग्रामीणों की समस्याएं जानने उनके गांव पहुंची. इस दौरान कई तरह की सुविधाएं देने का वादा किया गया.
Rajasthan News: राजस्थान के बूंदी (Bundi) में आंखों में पढ़ लिख कर रोजगार पाने और अच्छा भविष्य बनाने के सपने और मन में कुरीतियों से जकड़े होने की टीस है. दरअसल यह तस्वीर बुधवार को शंकरपुरा और मोहनपुरा के ग्रामीणों की सभा में सामने आई जब जिला कलेक्टर रेणु जयपाल और प्रशासन की टीम "ऑपरेशन अस्मिता" के अंतर्गत ग्रामीणों की समस्याएं जानने उनके गांव पहुंची.
ग्रामीणों ने जिला कलक्टर को अपने बीच पाकर खुशी जाहिर की और अपनी जरूरतों के साथ ही दर्द बयां किया. युवक-युवतियों ने कहा कि वे भी पढ़ लिखकर अपना अच्छा कैरियर बनाना चाहते हैं, लेकिन संसाधनों की कमी और कुरीतियों के कारण उनके सपने आकार नहीं ले पाते. वहीं प्रौढ़ और बुजुर्ग महिलाओं ने किसी भी प्रकार का काम करने की इच्छा जताई ताकि उनकी आय का नियमित जरिया बन सके.
जिला कलक्टर ने ग्रामीणों की समस्याओं को संवेदनशीलता के साथ सुना और विश्वास दिलाया कि शिक्षा, करियर व रोजगार के लिए ठोस कार्य किया जाएगा. बशर्ते ग्रामीण खुद इच्छाशक्ति के साथ कुरीतियां त्यागने और आगे बढ़ने का संकल्प लें. जिला कलक्टर ने कहा कि गांव में उनके आने का उद्देश्य यही है कि ग्रामीणों की समस्याओं से रूबरू हो सकें और उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप सुविधाएं संसाधन उपलब्ध कराए जा सकें.
जिला कलेक्टर कई सुविधाओं की मांग पर किया गौर
जिला कलेक्टर ने शिक्षारत युवक, युवतियों द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग सुविधा की मांग पर कहा कि गांव के शिक्षित या शिक्षारत युवाओं की सूची तैयार की जाए. जिसके आधार पर कोचिंग सुविधा दी जा सके. विशेषज्ञ शिक्षकों के माध्यम से ऑनलाइन सुविधा भी दी जा सकती है. साथ ही अपील भी की कि वे समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने का भी काम करें. पीईईओ को निर्देश दिए कि शत-प्रतिशत नामांकन और ड्रॉपआउट बच्चों को शिक्षा से जोड़ना सुनिश्चित करें. साथ ही राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की क्रमोन्नति का प्रस्ताव भिजवाए जिसे विशेष श्रेणी में रखते हुए राज्य सरकार को भिजवाया जाएगा.
जिला कलेक्टर ने बताया कि शिक्षित बेरोजगार युवाओं को कॉरपोरेट्स क्षेत्र में प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर दिलाए जाएंगे. छात्रावास की मांग पर जिला कलेक्टर ने आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि महात्मा गांधी नरेगा योजना में महिलाओं का प्राथमिकता दी जाए. शिक्षित ग्रामीण युवक युवतियों को मेट बनाया जाए. भवानीपुरा में ग्रामीणों की मौजूदगी में सरपंच श्याम बाबू कर्मावत ने कुरीतियों को मिटाने का संकल्प व्यक्त किया. मोहनपुरा सरपंच ने जिला कलेक्टर का अभिनंदन किया.
शिक्षा के लिए विशेष आयोजन की बात
भवानीपुरा में कंजर समाज के जिलाध्यक्ष शिवराज सिंह ने शिक्षा, कोचिंग, छात्रावास एवं रोजगार के अवसरों के लिए ध्यान आकृष्ट किया. राजू करमावत, छात्र इंद्रजीत, संदीप, छात्रा सोनू, सितारा एवं अन्य ने समस्याओं की जानकारी दी. मोहनपुरा में भी शिक्षित बेरोजगारों ने कोचिंग एवं रोजगार के अवसरों की मांग रखी. शिक्षा से होगा समाधान बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर एयू खान, संबंधित उपखंड अधिकारी मुकेश चौधरी एवं युगांतर शर्मा, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीमा पोद्दार एवं बचपन बचाओ आंदोलन के दीप बनर्जी और वरुण ने शिक्षा का महत्व बताते हुए ग्रामीणों से अपील की कि वे अपने बच्चों को विद्यालय अवश्य भेजें. अपने बच्चों के भविष्य को नई दिशा दें. समस्याओं से अवगत कराएं. संबंधित पुलिस उप अधीक्षक, मानव तस्करी यूनिट के राजेश, चाइल्ड लाइन प्रतिनिधि सुमन शर्मा व अन्य भी मौजूद रहे.