Bundi: बूंदी में घास भैरू की सवारी में अजब-गजब करतब, जिसने भी देखा वो देखता रह गया
बूंदी में रियासत कालिन परंपरा के तहत बाबा घास भैरु की सवारी निकाली गई. इस दौरान कलाकारों ने कांच के गिलासनुमा आकार पर कार खड़ी की. वहीं हवा में मोटर साइकिल एक छोटे से पाइप पर बिना स्टैंड के खड़ी कर दी.
Rajasthan News: बूंदी जिले के बड़ोदिया, ठिकरदा, नैनवां और देई कस्बे में रियासत कालिन परंपरा के तहत बाबा घास भैरु की सवारी निकाली गई. सवारी में हजारों की तादाद में भक्तों का जमवाड़ा रहा. इस दौरान कलाकारों ने अपने बेहतरीन करतब भी दिखाए. इसे देखते ही लोगों की आंखे ठहर गई. कहीं कांच के गिलासनुमा आकार पर कार खड़ी है, तो कहीं हवा में मोटरसाइकिल एक छोटे से पाइप पर बिना स्टैंड के खड़ी है. यही नहीं ऐसे कई आश्चर्यचकित करने वाले कारनामे यहां देखने को मिले.
बिना किसी रसायन के जल गई आग
रियायत काल से देई कस्बे में भाईदूज के दिन बाबा घास भैरु कि सवारी निकाली जाती है. इस बार भी घास भैरु के थानक से पूजा अर्चना के बाद सवारी शुरू हुई. इसमें सवारी के दौरान भक्तों ने परम्परा अनुसार बाबा को जगह-जगह पर भोग लगाया. वहीं मान्यता के अनुसार छोटे बच्चों को बीमारियों से बचाव के लिए घास भैरु की जुड़ी के नीचे से निकाला गया. हर साल की तरह शीतला माता मंदिर पर बाबा के मिलन की परम्परा निभाई गई. यहां पहली बार अजीबो गरीब नजारा समाने आया. बाबा के मिलन के दौरान जब तक बाबा की प्रतिमा रुकी रही तब तक बाबा के सामने सड़क पर कीचड़ और पानी होने के बाद भी बिना किसी रसायन के अचानक आग जलती रही जो में लोगों में चर्चा का विषय बन गई.
घास भैरू बाबा को कराया नगर भ्रमण
भैरू बाबा की सवारी में बैलों के द्वारा बाबा को नगर भ्रमण करवाने के लिए लोगों में बैलों को जोतने की भारी कस्मकश चलती रही. यहां बैलों को चमकाने के लिए सवारी के दौरान लोगों द्वारा जमकर पटाखे फेंके गए लेकिन मान्यता के अनुसार सवारी के दौरान बाबा के आशीर्वाद से पटाखों से बैलों को एक खरोंच तक नहीं लगती है. घास भैरू की सवारी में ग्रामीणों ने बड़े उत्साह से भाग लिया.
आकर्षक झांकियां और स्वांग के नजारे भी दिखे
इस दौरान ग्रामीणों ने आकर्षक झांकियां बनाई व हैरतअंगेज जादूगरी के नजारे पेश किए. अजीब तरह के स्वांग रचाकर लोगों का मनोरंजन किया गया. कोई फांसी पर लटका हुआ था तो कोई कांटों पर सोया हुआ दिखाई दिया. जादूगरी के नजारों को देखने के लिए ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा. घास भैरू उत्सव के दौरान कुछ अलग तरह की दुनिया देखने को मिली. हर कोई अपनी मस्ती में मग्न दिखाई दिया. बड़ौदिया व हिण्डोली में घास भैरू महोत्सव पर स्थानीय कलाकारों ने कई हैरतअंगेज करतबों का प्रदर्शन किया. करतबों को देख लोग अचंभित रह गए और ग्रामीणों के करतबों की प्रशंसा की.
धागे से लटका दिए भारी भरकम चक्की के पाट
भैरू बाबा के नगर भ्रमण के दौरान एक से बढ़कर एक अचंभे दृश्य दिखाई दिए. यहां पानी में तैरती पट्टी, कच्चे धागे पर लटके भारी भरकम चक्की के पाटे, लोहे के पाइप पर बिना पकड़े हुए बाइक का खड़ा रहना, खेल पर बंद बाइक का पहिया घूमते हुए, कांच के टुकड़े पर नृत्य करता युवक, घूमती महादेव की झांकी से पानी का निकलना, कांच पर कार का टिका रहना आदि शामिल रहे. जिला कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने भी बड़ौदिया पहुंचकर जादुई करतबों को देखा और सराहा है.
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