Bundi KV Under-14 Team: राजस्थान (Rajasthan) के केंद्रीय विद्यालयों (Kendriya Vidyalaya) की सीकर (Sikar) में हुई राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता में अंडर-14 में गोल्ड मेडल जीतकर बूंदी (Bundi) का नाम रोशन किया. विजेता टीम जीतने के बाद केंद्रीय विद्यालय बूंदी की टीम बूंदी लौट आई. जहां बूंदी वासियों ने रोडवेज बस स्टैंड पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत किया. बस स्टैंड पर ही छात्र-छात्राओं के साथ केंद्रीय विद्यालय की टीम कैप्टन राधिका शर्मा, सुरभि मीणा, सुरभि साहू, शिवानी, सौम्या माधवानी, लक्षिता, प्रगति छवि, इशिता और गरिमा मीणा का स्वागत किया गया. वहीं अंडर-17 टीम जो जीत नहीं सकी उसका भी स्वागत कर हौसला बढ़ाया गया.
इस अवसर पर ढोल-नगाड़ों के साथ सभी छात्राओं ने और उनके परिजनों ने नाच कर अपनी खुशी व्यक्त की. एक क्षण के लिए बस स्टैंड पर उत्सव का माहौल हो गया. हर कोई इन छात्राओं को शाबाशी दे रहा था. बूंदी जिला कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी ने भी बूंदी केवी टीम जीतने के बाद छात्रों से मुलाकात की और उनका उत्साह बढ़ाया.
बिना मेट के छात्रओं ने की तैयारी
शिक्षक अमित तिवारी ने कहा कि कबड्डी जैसे खेल में जो कि पुरुष प्रधान खेलों में आता है उसमें बूंदी की छात्राओं ने राजस्थान जीतकर बूंदी में हाड़ी रानी की याद दिला दी. बूंदी और अन्य जिलों में खेल की स्थिति में काफी अंतर है. अन्य जिलों में सारी सुविधाएं प्राप्त होती है. बूंदी में बिना मेट, मिट्टी में प्रैक्टिस कर इन छात्राओं ने उपलब्धि हासिल की है वह वाकई प्रशंसा योग्य है. पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी वीरेंद्र सिंह यादव ने कहा कि खेल विभाग को इस ओर ध्यान देना चाहिए और खिलाड़ियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अन्य जिलों की तरह यहां भी सुविधा उपलब्ध करवानी चाहिए.
जिला कलेक्टर ने सभी छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाया
बूंदी शहर के रजत गृह स्थित केंद्रीय विद्यालय में जिला कलेक्टर डॉ रविंद्र गोस्वामी की अध्यक्षता में विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि प्रशासन द्वारा बच्चों में तनाव और अवसाद को दूर करने के लिए मानस अभियान शुरू किया गया है. इसके तहत स्कूलों में बच्चों के लिए प्रेरणास्पद उद्बोधन करवाया जाएगा. साथ ही बच्चों को नियमित रूप से मेडिटेशन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. जिला कलक्टर ने विद्यालय में प्रार्थना स्थल पर बच्चों द्वारा बनाये गए विज्ञान और विभिन्न प्रदेशों कि संस्कृति पर आधारित प्रोजेक्टों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और बच्चों के इस प्रयास को सराहा.
उन्होंने सभी बच्चों से बातचीत की और प्रोजेक्ट के प्रजेंटेशन पर सवाल-जवाब किये. उन्होंने बच्चों द्वारा बनाए गए मॉडलों को लेकर चर्चा कर विद्यार्थियों की हौसला अफजाई की. विज्ञान आधारित प्रोजेक्टों के निर्माण कार्यानुभव शिक्षक अमित तिवारी के निर्देशन में किया गया. शिक्षिका पूनम कपिल के मार्गदर्शन में एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत भिन्न-भिन्न प्रदेशों कि संस्कृति और खान-पान, वेशभूषा, भाषा आधारित प्रोजेक्ट बनाये गये.