Bundi News: बूंदी में प्रकृतिक आपदा से मौतों का आंकड़ा बढ़ा, जिला प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की
Bundi Natural Disaster: डीएम ने कहा कि भरे हुए पानी के क्षेत्रों, क्षतिग्रस्त बिजली के पोल, पानी में डूबे बिजली के तारों या खुला हुआ ऐसा सिस्टम जिससे करंट आने की संभावना हो उसके पास नहीं जाएं.
Rajasthan Monsoon: राजस्थान में भले ही मानसून आने में देरी गो रही हो. लेकिन प्री मानसून की बारिश से आमजन को राहत मिली है. इसी बीच आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों की जान चली गई है. बूंदी जिले में मानसून सीजन की शुरुआत होने के साथ ही अकाल मौत का भी आकड़ा बढ़ गया है. जिले में 2 महीने के भीतर 1 दर्जन से अधिक अकाल मौतें हो चुकी हैं. जिसमें आकाशीय बिजली गिरने और पानी में डूबने की घटनाएं शामिल हैं.
जिले में बढ़ते मौत के आंकड़े ने जिला प्रशासन को सतर्क कर दिया है. यहां जिला कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने बरसात के मौसम में लोगों को विशेष सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को लेकर परिजन सावधानी रखें और उन्हें नहाने के लिए तालाब और भरे हुए पानी में जाने से रोकें.
लोग सावधानियां बरतें- डीएम
डीएम ने कहा कि जिले में वर्तमान में बारिश का दौर शुरू हो गया है और नदी-नालों में पानी की आवक होने लगी है. इसे देखते हुए लोगों से अपील है कि नदी-नालों में पानी के बहाव के दौरान पास जाने से बचें. उन्होंने कहा कि विशेषकर बाइक सवार और चौपहिया वाहन चालक ऐसी स्थिति में बहते पानी के पास नहीं जाएं, थोड़ी सी लापरवाही घातक हो सकती है. इसलिए स्वयं बचें और इसके लिए दूसरों को प्रोत्साहित करें.
डीएम ने कहा कि हाल ही के दिनों में तालाबों में नहाते समय बच्चों के डूबने की घटनाएं सामने आ रही हैं. ऐसे में परिजन अपने बच्चों का विशेष ध्यान रखें. तालाब और पानी से भरे हुए स्थानों पर बच्चों को नहीं जाने दें, ताकि ऐसे घटनाओं को रोका जा सके. इसके अलावा पिकनिक स्थलों पर भी सतर्कता बरती जाए.
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ये सावधानियां भी जरुरी
जिले के डीएम ने कहा कि भरे हुए पानी के क्षेत्रों, क्षतिग्रस्त बिजली के पोल, पानी में डूबे बिजली के तारों या खुला हुआ ऐसा सिस्टम जिससे करंट आने की संभावना हो उसके पास नहीं जाएं. इसके अलावा नदी, तालाब और भरे हुए पानी के स्थानों पर नहाने से भी परहेज रखें. उन्होंने कहा कि इस मौसम में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना होती है, इसलिए पेड़ के पास या पेड़ के नीचे शरण नहीं लें.
2 महीने में पानी में डूबने से 9 जान गई
बूंदी जिले में प्री मानसून की बरसात में नदी नाले उफान पर हैं. ऐसे में पानी में डूबने की घटनाएं बढ़ गई हैं. बूंदी में पिछले 2 महीने की बात की जाए तो यहां पर 9 लोगों की मौत हुई है. जिसमें 8 बच्चे शामिल हैं, जबकि एक मौत फॉरेस्टर की हुई है. यह सभी मौतें पानी में डूबने से हुई हैं. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार हिंडोली में 2 बच्चों, डाबी 2, गुढ़ा नथवातन 2, जैतसागर झील 1 जबकि धभाईयों का गांव खाल में डूबने से एक वन विभाग के फोरेस्टर की मौत हुई है.
आकाशीय बिजली गिरने से पांच की मौत, 2 घायल
प्री मानसून की बारिश से भले ही लोगों को राहत मिली है, लेकिन जिले में आकाशीय बिजली गिरने से अब तक 5 मौतें हुई हैं. यह सभी मौत किसानों की हुई हैं, ये सभी खेत में कृषि का काम कर रहे थे. इसी तरह आसमान से गिरी बिजली से लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका इलाज जारी है. जिले में करंट लगने से मौत होने के मामले भी सामने आए हैं. पिछले 2 महीने में करंट लगने से 3 मौतें हुई हैं.
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