Bundi News: लोन दिलाने के नाम पर खुलवाते थे गरीबों का खाता, फिर कर देते थे ये कांड, आरोपी गिरफ्तार
बूंदी जिले में धोखाधड़ी कर लाखों रुपये की ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके पास से 4 विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, एक मोबाइल और 11 हजार 750 रुपये बरामद किए हैं.
Rajasthan News: राजस्थान के बूंदी जिले में धोखाधड़ी कर लाखों रुपये ठगने वाले दो आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी गरीब लोगों को लोन का झांसा देकर बैंक में उनका खाता खुलवाते थे. जिसके बाद उनके साथ लाखों रुपये ट्रांजैक्शन कर धोखाधड़ी करते थे. गिरफ्तार आरोपी में से लोकेश मीणा के खिलाफ पूर्व में आधा दर्जन से अधिक चोरी के मामले दर्ज है. पुलिस ने आरोपी के पास से बैंक की चेक बुक, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन और करीब 15 हजार रुपये नकदी बरामद की है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पुलिस ने बताया कि आरोपी बेहद शातिर है और लोगों को फोन करते पता नहीं लगने देते कि वह ठगी कर रहे हैं.
पति पत्नी को बनाया ठगी का शिकार
कोतवाली थानाधिकारी सहदेव मीणा ने बताया कि पीड़ित राजू लाल ने सौंपी रिपोर्ट में बताया कि उसके पास 31 जुलाई को गांव के लोकेश मीणा ने फोन कर बैंक में खाता खुलवाने के लिए आधार कार्ड, पेन कार्ड की प्रति जमा कराने पर प्रति खाते से 5 हजार रुपये की दर से लोन और प्रति साल की किश्त 700 रुपये आने की बात कही. पीड़ित उसकी बातों में आ गया. उसने दोनों पति-पत्नी को बूंदी बुलाया और कहा कि अपने-अपने खाते खुलवा कर लोन की रकम ले जाना.
ठग के साथ एक युवक और था. पूछने पर बताया कि यह रॉबिन है और यही तुम्हें खाता खुलवाने पर लोन देगा. इसके बाद दोनों के कहे अनुसार बूंदी में एक बैंक खाता खुलवाया था. उस दिन दोनों ने कोई राशि नहीं दी. पीड़ित अगले दिन फिर आया और पत्नी रीना का एक अन्य बैंक में खाता खुलवाया. फिर तीसरे दिन पत्नी के नाम का खाता एक अन्य बैंक में खुलवाया. पत्नी के नाम से मिली चेकबुक को रॉबिन ने अपने पास रख ली और आधार कार्ड, पेन कार्ड की मोबाइल से फोटो खींच ली. पीड़ित पत्नी को लेकर गांव शिवपुरा आ गया. ठगों ने पीड़िता को खाता खुलवाने के दौरान कोई पैसा नहीं दिया.
एक एक कर कट गए लाखों रुपये
पीड़ित को शक होने के बाद वह खातों का स्टेटमेंट लेने पहुंचा. जहां उसे पता चला कि पत्नी के नाम से एक बैंक से दो दिनों में 1 लाख 61 हजार 511 रुपये जमा करवाए तथा 1 लाख 60 हजार रुपये 998 रुपये निकाले गए. इसी तरह दूसरे बैंक में 4 लाख 59 हजार 991 रुपये जमा करवाए तथा 4 लाख 59 हजार 164 रुपये निकाले गए. जबकि तीसरे बैंक से कोई लेनदेन नहीं हुआ है. ठगों ने खातों में फर्जी नंबर जोड़ दिए.
इस घटना के बाद पीड़ित ने थाने में शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी. गठित टीम ने बैंक के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर भरतपुर जिले के केथवाड़ा थाना के गंगवाड़ी निवासी रोबिन मेव और करवर के शिवपुरा निवासी लोकेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपी लोकेश से एक मोबाइल और 3150 रुपये और रोबिन के पास से दो चेक बुक, 4 विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, एक मोबाइल और 11 हजार 750 रुपये बरामद किए. पुलिस अब दोनों आरोपी से खाते में राशि के संबंध में अनुसंधान कर रही है. टीम में उपनिरीक्षक रामकरण, कांस्टेबल मनोज, नेतराम और रामराज मीणा शामिल थे.
जेल में बनाई थी ठगी की योजना
आरोपी लोकेश ने पूछताछ में बताया कि रोबिन से मुलाकात उसकी जेल में हुई थी. जो चोरी की बाइक खरीदने के मामले में जयपुर जेल में बंद था. दोनों की जेल में जान पहचान हुई. तभी रोबिन ने लोकेश को अनपढ और गांव के लोगों को झांसा देकर बैंक खाते खुलवाने और उसमें लोन के रुपये ठगी करने की योजना बनाई. जिसमें 50 प्रतिशत हिस्सा देने की बात कही. जेल से निकलने के बाद रोबिन के सम्पर्क में आया. पुलिस द्वारा बैंक डिटेल खंगालने के बाद पता चला कि अलग-अलग दिन खातों में आई राशि को ठगों द्वारा धोखाधड़ी पूर्वक निकाला गया. इसमें एटीएम कार्ड और अन्य यूपीआई के माध्यम से राशि निकाली गई.