Bundi News: खाद की किल्लत से परेशान किसानों की लगी लंबी लाइन, मंत्री कटारिया से मिले ओम बिरला
Rajasthan: रवि फसल की बुआई को लेकर किसान को खाद की जरूरत है. इस समय सरसों और गेंहूं दोनों फसलों की बुआई होनी है इस वजह से किसानों को लंबी लाइनों से गुजना पड़ता है.
Rajasthan News: सरकार और उसके अधिकारी दफ्तरों में बैठकर कुछ भी दावे करें लेकिन हकीकत ये है कि खाद के लिए किसान सुबह अंधेरे से ही लाइन में लग जाते हैं. यूरिया की किल्लत और उसकी उपलब्धता की स्थिति क्या है ये जनसभा से भी भारी भीड़ बता रही है. ये हालात बूंदी जिले के देई कस्बे की नैनवां क्रय-विक्रय सहकारी समिति के साथ-साथ कोटा (Kota) संभाग में हर जगह देखने को मिल रहा है. हालात ये हो गए हैं कि लोग खाना पानी साथ लेकर पहुंच गए और सुबह से लेकर शाम तक खाद लेने के लिए जमे रहे.
लोकसभा अध्यक्ष को मंत्री से बात करनी पड़ गई, वहीं बूंदी जिला कलेक्टर तक मौके पर पहुंच गए. बड़ी तादाद में महिलाएं और किसान खाद लेने के लिए उमड़ पड़े. धक्का-मुक्की में कई महिलाएं नीचे गिर गई. खाद के वितरण के लिए दो थानों की पुलिस को भी लगाया गया. इसके साथ ही कोटा संभाग के अन्य जिला और कस्बों में भी खाद को लेकर परेशानियां सामने आ रही है.
धक्का-मुक्की से गिर गई महिलाएं
अन्नदाता को जिस समय खेत में होना चाहिए वह खाद की किल्लत के चलते सड़कों पर हैं. खाद के लिए मारामारी मची है और खाद मिलने की सूचना मिलते ही इतनी भीड़ एकत्रित हो रही है कि किसानों को काबू में करने के लिए पुलिस और प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं. ऐसा ही नजारा गुरुवार को देई कस्बे में देखने को मिला. देई कस्बे के नैनवां क्रय-विक्रय सहकारी समिति में 10 ट्रक यूरिया खाद आने की सूचना पर बड़ी तादाद में महिलाएं और किसान खाद लेने के लिए उमड़ पड़े. कस्बे में मुख्य सड़क मार्ग पर किसानों की भीड़ लग गई.
खाद लेने के दौरान लाइन में लगी महिलाएं एक-दूसरे से भीड़ गई. धक्का-मुक्की में कई महिलाएं नीचे गिर गईं. कूपन वितरण के दौरान कतारों में लगने के लिए किसानों की आपस में धक्का-मुक्की और हंगामे से स्थिति बिगड़ने पर देई थाना पुलिस जाब्ता कम पड़ गया. जिसके बाद नैनवां से पुलिस जाब्ता और आरएसी के जवानों को बुलाया गया, जिसके बाद पुलिस थाने के पीछे ग्राउंड में लाइन लगवाकर खाद कूपन का वितरण किया गया.
कृषि विभाग के सहायक उप निदेशक रमेश चंद जैन ने बताया कि अगर किसान अभी सरसों की फसल के लिए ही खाद लें तो सारी परेशानी खत्म हो जाएंगी. उन्होंने बताया कि किसान सरसों के साथ गेहूं की फसल की बुआई का खाद भी लेना चाहते हैं, जिसके कारण खाद की कमी हो रही है. दरअसल रबी की फसलों में गेहूं और सरसों की बुवाई होनी शुरू हो गई. इन फसलों के विकास में खाद एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है.
लोकसभा अध्यक्ष ने ये बात कही
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राज्य के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया को कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र समेत प्रदेश में उर्वरक की वितरण व्यवस्था को सुचारू करने को कहा. साथ ही गेहूं के प्रमाणित बीज के उपलब्धता पर चर्चा करते हुए कहा कि किसानों को उनकी मांग के अनुरूप बीज उपलब्ध करना सुनिश्चित करें. शनिवार को जयपुर प्रवास पर आए लोकसभा अध्यक्ष बिरला से राज्य के कृषि मंत्री कटारिया ने शिष्टाचार भेंट की. बिरला ने कहा कि प्रदेश में इन दिनों रबी की फसलों की बुवाई जोरों पर चल रही है.
इस बार रबी सीजन में बुवाई का रकबा बढ़ेगा और अच्छी बारिश होने से प्रदेश के बांधों में भरपूर पानी है. इसलिए बुवाई को लेकर किसान उत्साहित हैं. इसलिए रबी सीजन में फसलों की बुवाई के खाद-बीज समयद्धता से उपलब्ध कराया जाए. लोकसभा अध्यक्ष ने राज्य के कृषि मंत्री से कहा कि खाद की वितरण व्यवस्था सुचारू नहीं होने से किसानों की कतारें लगी रहती है. दिनभर किसानों को कतारों में खड़ा रहना पड़ता है. वितरण व्यवस्था में तुरंत सुधार किया जाए.
जिला कलेक्टर ने लिया जायजा
जिला कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने शनिवार को नैनवां उपखण्ड क्षेत्र के सीसोला और कासपुरिया गांव में खाद वितरण व्यवस्था का जायजा लिया और कृषि विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर ने सीसोला और कासपुरिया गांव में क्रय-विक्रय सहकारी समितियों में किसानों को वितरित की जा रही खाद वितरण को लेकर जानकारी ली.
इस दौरान जिला कलेक्टर ने खाद लेने आए किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याएं भी जानी. उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि खाद वितरण का कार्य सुव्यवस्थित तरीके से हो. उन्होंने अधिकारियों से क्षेत्र में खाद की मांग और आपूर्ति के बारे में विस्तार से जानकारी ली. उन्होंने निर्देश दिए कि पटवारी और कृषि पर्यवेक्षक खाद वितरण के समय मौजूद रहे.