Bundi News: बूंदी के इस गांव में 45 बीघा जमीन पर बनेगा तालाब, करीब एक करोड़ रुपये आएगी लागत
Bundi Pond Built: बूंदी के जांवटी कला गांव के ग्रामीणों ने करीब 45 बीघा भूमि पर तालाब बनाने की ठानी है. इसे बनाने में करीब एक करोड़ का खर्च आएगा. जिसमें 39 लाख रुपया मनरेगा के तहत खर्च किया जाएगा.
Rajasthan News: राजस्थान में मानसून के दौरान भले ही चारों ओर पानी का सैलाब नजर आता हो लेकिन गर्मियों में पानी की किल्लत भी उतनी ही रहती है. बूंदी के एक गांव में खाली पड़ी भूमि पर हर साल होने वाली बारिश का पानी जमा हो जाता है. देखरेख नहीं होने के चलते यह पानी वेस्ट वेयर के जरिए किसी काम का नहीं रहता लेकिन जिले के जांवटी कला गांव के ग्रामीणों ने तालाब को सुंदर बनाने की ठानी है. करीब 45 बीघा भूमि पर तालाब बनाना शुरू कर दिया गया है. करीब एक करोड़ रुपए की लागत से इस तालाब को बूंदी जिले की 184 पंचायतों में से सबसे सुंदर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है.
इसमें 39 लाख रुपए मनरेगा से खर्च होंगे. गांव की सरपंच संतोष सिंह ने बताया कि बड़े शहरों और विदेशों की तर्ज पर तालाब का नक्शा तैयार करवाया जा रहा है. स्टीमेट तैयार कर पंचायत समिति को भेजा जा चुका है. तालाब का नामकरण अमृत सरोवर किया जाएगा. गांव वाले भी इस प्रोजेक्ट को लेकर इतने उत्साहित है कि तालाब से उन्होंने खुद ही अपना अतिक्रमण हटा लिया है. हालांकि तालाब पर अतिक्रमण हटाने के लिए सरपंच संतोष सिंह, ग्राम विकास अधिकारी लीलाधर मिश्रा के साथ ग्रामीणों की हुई चौपाल में सभी ने इस तालाब के सौंदर्यीकरण में एकजुटता दिखाई और इस 45 बीघा भूमि में बदहाल पड़े भूमि को संवारने की इच्छा जताई.
बूंदी का सबसे बड़ा तालाब होगा
सरपंच संतोष चीन ने बताया कि सभी ग्रामीणों की सोच है कि तालाब का सौंदर्यीकरण इस तरह से हो कि बाकी पंचायतों के तालाब से अलग नजर आए. उसी के हिसाब से स्ट्रीममेट नक्शा बनाया जा रहा है. तालाब के बीचो बीच-टापू भी बनेगा. इस पर गार्डन डेवलप होगा, टापू तक दोनों तरफ पहुंचने के लिए झूले, पुलिया बनाए जाएंगे. तालाब के बीचो बीच फुव्वारे लगाए जाएंगे. रंगीन लाइट लगी होगी जो रात्रि काल में तालाब को दूधिया रोशनी में तब्दील करेगी. तालाब के चारों कोनों पर छतरी, घाट, ओपन जिम, झूले चकरी, चारदीवारी सहित कई काम होंगे जो इस तालाब को बूंदी जिले का आधुनिक तालाब बनाएंगे.
बूंदी जिले में 184 पंचायत है जिसमें सबसे बड़ा 45 बीघा का यह तालाब होगा. जांवटी गांव के बीचो बीच 45 बीघा भूमि बंजर है और बारिश के दिनों में यहां बड़ी मात्रा में पानी आता है. कुछ अतिक्रमी इस भूमि पर अतिक्रमण भी कर रहे थे. इस पर पंचायत और ग्रामीणों ने तालाब बनाने की पहल की तो पुरे ग्रामीणों का समर्थन मिल गया.
40% खर्च मनरेगा से होगा
ग्रामीणों की सोच और सरपंच का प्रयास जांवटी कला के इस तालाब का नाम अमृत सरोवर रखा जाएगा. इसे बूंदी जिले के सबसे बेहतरीन तालाबों में से एक होने का दावा पंचायत की तरफ से किया गया है. इसमें 1 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. सरपंच संतोष सिंह ने बताया कि इसके लिए बजट की व्यवस्था लगभग पूरी हो चुकी है. 40% खर्च मनरेगा से होगा यानी 39 लाख रुपये मनरेगा से लगाए जाएंगे. वहीं लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, विधायक अशोक डोगरा ने भी बजट देने का वादा किया है. पंचायत की ओर से जिला परिषद को प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं.
कलेक्टर भी तालाब के सुंदरीकरण में रुचि ले रहे हैं. नक्शा बनते ही काम शुरू हो जाएगा. गांव के कन्हैया लाल गुर्जर, दयाराम ने बताया कि तालाब के सुंदरीकरण से गांव की सूरत बदल जाएगी. इसका विकास होने से गांव की छटा अलग होगी. इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आएंगें जिससे गांव में रोजगार भी बढ़ेगा लोगों की आमदनी अच्छी होगी.
एक पहल से ग्रामीणों ने खुद हटाना शुरू किया अतिक्रमण
जब ग्रामीणों और सरपंच ने गांव के इस भूमि पर तालाब बनाने की प्लानिंग चौपाल में रखी तो सब ग्रामीणों ने एकजुट होकर समर्थन किया. तालाब पर लोग धीरे-धीरे लोग कब्जा करने लगे थे जिसे स्वतः ही खाली करने की बात भी हो गई. करीब 4 से 5 बीघा पर हो रहे अतिक्रमण को ग्रामीणों ने खुद के स्तर पर हटाकर तालाब की भूमि को खाली कर दिया और पानी बचाने का संकल्प लिया. 45 बीघा में तालाब के चारों ओर मजबूत दीवार बनने से बरसात का पानी इस तालाब में रुकेगा.
गर्मियों के दिनों में तालाब में पानी रहने से जांवटी कलां पंचायत ही नहीं क्षेत्र के आस-पास के गांव के लोगों को भी पानी का लाभ मिल सकेगा. कई वर्षों से बदहाल और अस्थाई रूप से बंजर पड़ी 45 बीघा के इस तालाब को सौंदर्यीकरण करने की जिम्मेदारी उठाई.
Bharatpur News: अवैध खनन से नाराज होकर टावर पर चढ़े साधू, सीएम आवास पर दी थी आत्मदाह की चेतावनी
Rajasthan News: गहलोत के मंत्री का बीजेपी पर निशाना, कहा- हम विकास की बात करते हैं वे विनाश की