Bundi: ना गवाह थे, ना सबूत था फिर पुलिस ने इस तरीके से सुलझाया गैंगरेप और हत्या का केस, दो दरिंदों को फांसी की सजा
पुलिस को ना ही कोई सबूत मिला, ना कोई गवाह. साइंटिफिक तरीके से जांच आगे बढ़ाया और सीमन, बाल, डीएनए टेस्ट से आरोपियों का पता लगाकर 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया.
राजस्थान (Rajasthan) के बूंदी (Bundi) में 15 वर्षीय नाबालिग से गैंग रेप (gangrape) कर हत्या करने के मामले में कोर्ट ने शुक्रवार को 2 दरिंदों को फांसी की सजा (Death Penalty) का ऐतिहासिक फैसला सुनाया है. देश में यह पहला मामला बताया जा रहा है जहां संभवत एक साथ कोर्ट ने रेप मामले में दोषियों को एक साथ फांसी की सजा सुनाई हो. इस मामले में बूंदी पुलिस ने विभिन्न पहलुओं पर जांच की और साक्ष्यों को जुटाया. पुलिस ने 14 दिनों के अंदर कोर्ट में चालान पेश किया.
एक आरोपी नाबालिग है
पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची थी तब उसे कोई साक्ष्य नहीं मिले, ना ही कोई सबूत मिला ना कोई गवाह. पुलिस ने साइंटिफिक तरीके से जांच को आगे बढ़ाया और मौके पर मिले सीमन, बाल, डीएनए टेस्ट से आरोपियों का पता लगाया और 12 घंटों के भीतर ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. मामले में तीन आरोपी थे जिनमें से एक आरोपी बाल अपचारी होने के चलते उसका जेजे कोर्ट में मामला चल रहा है. मामले में कोरोना के चलते पॉक्सो कोर्ट कुछ महीनों के लिए बंद भी रहा यदि चल रहा होता तो जल्द ही फैसला आने की उम्मीद भी थी.
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एफएसएल रिपोर्ट से कई खुलासे
जब 23 दिसम्बर की देर शाम पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस को मौके से ज्यादा कुछ सुराग नहीं मिले. ऐसे में पुलिस ने साइंटिफिक तरीके से ही जांच को आगे बढ़ाया और पोस्टमार्टम करवाकर एफएसएल के नमूने लिए और फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा, जहां पता लगा कि बालिका की हत्या के साथ दरिंदगी भी की गई है. उसको 19 जगहों से नोंचा गया है और आरोपी मरने के बाद भी उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम देते रहे.
एफएसएल रिपोर्ट में तीनों आरोपियों के लिए गए सीमन टेस्ट मैच हो गए. रिपोर्ट में खुलासे हुए की तीनों आरोपियों में से पहले आरोपी सुल्तान फिर नाबालिग और फिर बुजुर्ग छोटू लाल ने रेप की वारदात को अंजाम दिया. फिर बाद में बालिका ने विरोध किया तो गला दबाकर पत्थर से कुचल कर उसकी हत्या कर दी.
एएसपी ने क्या बताया
एएसपी किशोरी लाल ने बताया कि 23 दिसंबर 2021 की शाम को 7 बजे जंगल में डेड बॉडी मिलने की सूचना मिली थी. घटनास्थल पर बच्ची की बॉडी न्यूड पड़ी थी. बॉडी को देखते ही एकदम से धक्का लगा और मन में विचार आया कि कोई कैसे ऐसी हरकत कर सकता है. यह रेयर इंसीडेंट था. मृतका के शरीर पर कपड़े नहीं थे, जगह-जगह काटने के निशान थे. हम सभी तुरंत एक्टिव हो गए. मौके पर 200 जवान, 10 सीआई समेत 3 डीएसपी की टीम ने सर्च अभियान चलाया.
एएसपी ने बताया कि, इलाके को सीज किया गया. जिस जगह घटना हुई वो सड़क से डेढ़ किलोमीटर अंदर थी. घटनास्थल के पास ही कुछ झोपड़ियां बनी हुई थीं जिनमें लोग रहते थे. कोटा से FSL और डॉग स्क्वॉयड की टीम बुलाई गई. तलाशी में बच्ची के पायजेब, कपड़े इधर-उधर पड़े मिले. फिर से डॉग स्क्वॉयड बुलाया. कुछ लोग चिन्हित किए. वारदात में शामिल एक बाल अपचारी और छोटे लाल भी वहीं रहता था जबकि आरोपी सुल्तान पास के गांव का निवासी था. यहां तीनों को शक के आधार पर पकड़ा गया.