(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bundi News: जरा संभलकर! जरा सी चूक पहुंचा सकती है अस्पताल, जानलेवा साबित हो सकते हैं बूंदी के गड्ढे
Bundi: विभागों के अधिकारी मौन साधे हुए हैं. सड़कों पर बने गड्ढों का नवीनीकरण तो दूर गड्ढों के कारण कोई हादसा न हो इसके लिए गड्ढों में मिट्टी भरने तक का काम नहीं किया गया है.
Rajasthan News: राजस्थान के बूंदी (Bundi) शहर में अगर आप सड़कों पर तेज गति में वाहन चलाने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी है. जरा सी चूक आपको अस्पताल पहुंचा सकती है. शहर के मुख्य बाजारों से लेकर गली-मोहल्लों की सड़कें जानलेवा साबित हो रही हैं. आए दिन शहर की सड़कों पर हो रहे गड्ढे से लोग चोटिल हो रहे हैं. बावजूद इसके जिम्मेदार आंखे मूंदे हुए हैं. सड़कों पर जगह-जगह गड्ढों की भरमार है. सड़कों पर बने गड्ढों, निकले पत्थरों और उखड़े डामर के कारण दोपहिया वाहन चालक गिर रहे हैं. लोगों का मुख्य मार्गों से निकलना दूभर बना हुआ है. शहर का ऐसा कोई मार्ग नजर नहीं आ रहा है जिसपर गड्ढे न हों. ऐसे में शहर वासियों ने सड़कों की दशा सुधारने की आवाज उठाई है.
ये सड़कें बदहाल, जरा संभलकर
शहर के सूर्यमल्ल मिश्रण चौराहा, इंद्रा मार्केट, सदर बाजार, कागजी देवरा, मीरागेट, बहादुर सिंह सर्किल, खोजागेट, लंकागेट रोड, देवपुरा गणेश बाग रोड, तहसील रोड, बायपास रोड़, सिलोर रोड, पुलिस लाइन, खाईलेंड मार्केट, उपरला बाजार सहित शहर के कई मुख्य मार्गों पर जगह-जगह गहरे और अधिक चौड़ाई वाले गड्ढे बने हुए हैं. गड्ढों के कारण सडकों से कंकड़-पत्थर निकल चुके हैं और डामर उखड़ा पड़ा है. बारिश के दौरान ये गड्ढे अधिक खतरनाक बन जाते हैं. व्यापारी पवन जैन ने बताया कि काफी समय से पूरे मार्केट की सड़क टूटी हुई है, गढ्ढों में पानी भरा होने से चलना दूभर हो रहा है. टूटी सड़कों से कई बार कंकड़ उछलकर दुकानों पर आ जाते हैं.
विभाग कर रहे हैं अनदेखी
शहर में नगर परिषद और सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकार क्षेत्रों की सडकें हैं. इनकी देखभाल का जिम्मा इन विभागों का है. बदहाल सड़कों की जानकारी होने के बाद भी इन विभागों के अधिकारी मौन साधे हुए हैं. सड़कों पर बने गड्ढों के पेचवर्क, नवीनीकरण तो दूर गड्ढों के कारण कोई हादसा न हो इसके लिए गड्ढों में मिट्टी भरने तक का काम नहीं किया गया है.
सदर बाजार में हाल बेहाल, जानलेवा गड्ढे
अगर आप बूंदी शहर के बाजार से गुजर रहे हैं तो सावधान हो जाइए, नहीं तो 5 से 7 फीट चौड़े और 3 से 4 फीट गहरे गड्ढों में बाइक सहित गिर सकते हैं. सड़क में तिलक चौक से चौमुखा तक इतने गड्ढे पड़ चुके हैं कि गिने भी नहीं जा सकते. कई गड्ढे तो इतने विशाल हैं कि बाइक और स्कूटी उसमें पूरी समा जाती है. इतने विशाल गड्ढे नजर भी नहीं आते क्योंकि गड्ढे पानी से भरे रहते हैं. एक घंटे में कम से कम 5 से 7 लोग इन गड्ढों में समा रहे हैं. सीवरेज लाइन बिछाने के लिए इस सड़क पर कई फीट चौड़ी और गहरी खाई खोदी गई थी जिसे ठीक करने के नाम पर लीपापोती कर दी गई.
पानी के प्रेशर से गड्ढे निकल आए. सदर बाजार पुराने शहर के आवागमन का प्रमुख रास्ता है. रोज सैकड़ों टैक्सियां, दो से तीन हजार बाइक स्कूटी इसी रास्ते से गुजरती हैं. यहां मार्केट के अलावा प्रमुख मंदिर, स्कूल, डेयरियां, दुकानें, किला, दूसरे दर्जनों संस्थान हैं. उत्सव, धार्मिक शोभायात्राएं हों या शादी हो या अन्य आयोजन लोग इसी सड़क से गुजरते हैं.
मंत्री धारीवाल का चुनावी जुमला
नगर निकाय चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में उन दिनों बूंदी दौरे पर आए मौजूदा स्वायत्त शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशियों को बहुमत से जिताने की अपील की थी. उन्होंने बूंदी नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड बनने पर शहर के विकास कार्यों के लिए 135 करोड़ रुपए देने की घोषणा की थी. हालांकि उसके बाद बूंदी नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड तो बन गया लेकिन बोर्ड के गठन के पौने दो साल बाद तक भी मंत्री धारीवाल द्वारा की गई घोषणा का पैसा आज तक नहीं मिल पाया है. स्थानीय नगर परिषद की मौजूदा स्थिति यह है कि कई पेंशनर कर्मचारियों सहित मौजूदा कर्मचारियों की तनख्वाह भी समय पर नहीं दे पा रहे हैं.