(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan: बूंदी में ईंट भट्टे पर चारपाई बिछाकर सो रहे थे दो भाई, जहरीली गैस से घुटा दम, दोनों की मौत
Bundi News: बूंदी जिले के तालेड़ा थाना इलाके में ईट भट्टों पर दो युवकों के शव मिलने का मामला सामने आया है. दोनों युवकों की मौत भट्टे के पास से निकल रहे घुएं और गैस के चलते हुई है.
Rajasthan News: बूंदी (Bundi) जिले के तालेड़ा थाना इलाके में ईट भट्टों पर दो युवकों का शव मिला है. प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि, दोनों युवकों की मौत भट्टे के पास से निकल रहे घुएं और गैस के चलते हुई है. दोनों युवक भट्टे पर काम करने के बाद खाट (पलंग) लगाकर सोए थे. सुबह दोनों के घर नहीं पहुंचने पर परिवार के लोग भट्टे पर पहुंचे, तो दोनों युवक अचेत अवस्था में पड़े हुए मिले. इसके बाद दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
घटना की सूचना मिलने पर तालेड़ा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और दोनों शवो को कब्जे में लेकर अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया. फिर थोड़ी देर बाद परिजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम करवा कर उसे परिवारवालों को सुपुर्द कर दिया. दोनों मामा बुआ के लड़के हैं और दोस्तों की तरह ही रहते थे. इनकी मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया. दोनों ही युवक अपने घर के इकलौते थे. तालेड़ा थानाधिकारी रामेश्वर प्रसाद ने बताया कि थाना क्षेत्र के मोहीपुरा इलाके में ईंट भट्ठे का कारोबार है. यहां बड़ी संख्या में ईंट भट्ठे हैं. मोहीपुरा गांव के हरिओम मीणा और राम लक्ष्मण मीणा ईंट भट्टों का संचालन करते थे.
भट्टे से निकली गैस से घुटा दम
तालेड़ा थानाधिकारी ने बताया कि, दोनों अपने ईंट भट्टों पर खाट लगाकर रात सोए थे. पास के भट्टे में ईटों को आग लगाकर पकाया जा रहा था. तभी भट्टे से निकली गैस कार्बन मोनो आक्साइड से दोनों का दम घुट गया और दोनों की मौत हो गई. सुबह जब परिवार के लोग ईंट भट्टे पर पहुंचे तो उन्हें खटिया पर मृत अवस्था में दोनों युवक पड़े मिले, तब जाकर घटना की जानकारी लगी. उन्होंने बताया कि परिवार के लोगों ने भी गैस से दम घुटने से हुई मौत की रिपोर्ट पुलिस को सौंपी है, जिसके आधार पर दोनों शवो का पोस्टमार्टम करवा कर उन्हें परिजनों को सुपुर्द कर दिया है.
बता दें पहले कच्ची मिट्टी से ईंट बनाई जाती है. इसके बाद कच्ची ईंटों को भट्टी में पकाया जाता है. बड़ी मात्रा में भट्टी के माध्यम से कच्ची ईंटों को आग की आवश्यकता होती है. पकाने के दौरान भट्टी से निकलने वाला धुआं और गैस दूर-दूर तक लोगों को सांस लेने में दिक्कतें पैदा करती है. वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. दुर्गाशंकर सैनी ने बताया कि यह गैस जानलेवा है और धीरे-धीरे शरीर में जाकर बेहोश कर देती है और दम घुटने से मौत तक हो जाती है. भट्टे से निकले जहरीली गैस से दम घुट गया होगा, जिसके चलते दोनों युवकों की मौत हो गई.
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