Bundi Unique Marriage: बूंदी (Bundi) शहर का बोराहेड़ा परिवार ने इस बार बेटे की बिंदोरी के जरिए हेरिटेज बचाने और कोरोना का मंगल टीका (Corona Vaccination) लगवाने का संदेश दिया. बोराहेड़ा परिवार अपने यहां होने वाले कोई भी उत्सव आयोजन के जरिए समाज को कोई ना कोई संदेश जरूर देता है. परिवार के बच्चों के नाम में भी संस्कृति झलकती है. 4 साल पूर्व भी इसी परिवार ने अपनी बिटिया की शादी के जरिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश लोगों को दिया था. तब हाथी पर बैठाकर बेटी मेखला (Mekhla) की बिंदोरी निकाली थी, जो चर्चा में रही थी. इस बार बेटे सारंगराज (Sarangraj) की शादी है. सारंगराज रूरल डेवलपमेंट में एमबीए हैं. ज्योतिष की डिग्री के साथ ही वो अभी जिला परिषद बूंदी में डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट मैनेजर हैं. उनकी शादी जोधपुर की चांदनी से 10 फरवरी को होगी.
समाज को दिया संदेश
दूल्हे सारंगराज का कहना है कि बिंदोरी के साथ-साथ लोगों को विरासत और कोरोना महामारी के लिए मंगल टीका लगाना जरूरी है इसका संदेश दिया गया है. परिवार के मुखिया और इंटेक के सचिव राजकुमार दाधीच ने बताया कि बेटे सारंगराज की हाथी पर बिंदोरी निकाली गई है. बिंदोरी में बूंदी का कल्चर, यहां के रिच हेरिटेज को बचाने और आमजन को कोरोना से बचाव के लिए मंगल टीका लगवाने का संदेश देने वाले बैनर खास रहे.
जगह-जगह लोगों ने किया स्वागत
राजकुमार दाधीच ने बताया कि बिंदोरी इसलिए दिन में रखी गई, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक ये संदेश जा सके. बिंदोरी का रास्ता भी चारभुजा मंदिर से नवलसागर पर गजलक्ष्मी मंदिर तक का चुना गया. शहर का ये हिस्सा रिच हेरिटेज और सांस्कृतिक विरासत अपने में समेटे हुए है. पुरोहितों की गली में बोराहेड़ा परिवार की हवेली भी अपने आप में सांस्कृतिक विरासत का गढ़ है. बूंदी चित्रशैली में रंगी दीवारें बोलती हुई नजर आती हैं और लोगों को रोमांचित कर देती हैं. बिंदोरी शहर से जैसे ही निकली तो लोगों ने जगह-जगह बिंदोरी का स्वागत किया.
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