Bundi News: राजस्थान के बूंदी में पिछले 24 घंटे से पानी की सप्लाई नहीं होने से आमजन के बुरे हाल हो गए हैं. बताया जा रहा है कि कोटा चंबल नदी पेयजल परियोजना की राइजिंग लाइन टूटने से शहर में पेयजल संकट के हालात बन रहे हैं. यहां नांता क्षेत्र के समीप बरसाती नाले की सफाई करने के दौरान रविवार शाम को इंटरवेल से जाखमुंड पंप सेट पर जा रही 600 एसएस की मुख्य क्षतिग्रस्त हो गई. ऐसे में बूंदी शहर की पानी की सप्लाई भी बाधित हो गई.
सूचना मिलने पर प्रोजेक्ट डिवीजन और जलदाय विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे. लेकिन बरसाती नाले में पानी की आवक बढ़ने से मरम्मत कार्य करवाना मुश्किल हो गया था. देर शाम टूटी पाइप लाइन को मरम्मत किया जा ना सका. अगले दिन सुबह सोमवार को नाले के पानी को तोड़ने के लिए दोनों और मिट्टी से पानी को रोककर पंप लगाए गए. बाद में इनकी संख्या बढ़ाकर पांच कर दी गई. पूरे दिन भर राइजिंग लाइन को मरम्मत करने के लिए अधिकारी जुटे रहे. सोमवार को भी राइजिंग लाइन मरम्मत नहीं हो सकी. आखिर 24 घंटे बाद भी राइजिंग लाइन की मरम्मत नहीं होने से शहर में पानी की सप्लाई बाधित रही है वही आज भी पेयजल सप्लाई बाधित रहेगी.
जलदाय विभाग के सीनियर इंजीनियर डीएन व्यास ने बताया कि कोटा और बूंदी की सीमा के यहां पर नाले की सफाई के दौरान बूंदी जिले में सप्लाई करने वाली पाइप लाइन टूट गई थी. जिसे मरम्मत करवाई जाने का काम किया जा रहा है. सोमवार शाम तक मरम्मत का कार्य जारी था. लेकिन तेज बरसात शुरू होने जाने से मरम्मत का कार्य पूरा नहीं हो पाया. नाले में दोबारा पानी आ गया. आज फिर से सुबह मरम्मत का कार्य शुरू करवाया गया है.
उन्होंने बताया कि कोटा चंबल बैराज पर इंटेक वेल बना हुआ है यहीं से मुख्य राइजिंग लाइन के जरिए पानी जाखमुंड फिल्टर प्लांट पर पहुंचता है. जिसके बाद मांगली हेड वर्क पर पहुंचाया जाता है और मांगली से पानी बूंदी आता है. राइजिंग लाइन पहले डाली गई थी बाद में कोटा नगर निगम ने यहां पर नाला निकाल दिया. नाले के नीचे राइजिंग लाइन थी जिससे बिना नाले को खाली किए जाना मरम्मत कर आना मुश्किल हो रहा है.
शहर के कई हिस्से जहां 48 घंटे बाद भी सप्लाई नहीं
शहर के कई हिस्से में पानी आए 48 घंटे होने को आए. पानी नहीं आने से शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोग अधिकारियों को फोन कर रहे हैं. लेकिन वह भी जवाब नहीं दे पा रहे हैं. मरम्मत का काम शुरू नहीं होने से मंगलवार को भी जलापूर्ति बाधित रहेगी. सीनियर इंजीनियर डीएन व्यास ने बताया कि राइजिंग लाइन पहले डाली जा चुकी थी. बाद में कोटा नगर निगम ने बरसाती नाला निकाला. निगम को पूरे मामले में अवगत करवा दिया था.
नाले को डायवर्ट करने के लिए नगर निगम को नोटिस भी भेजा जाएगा. 5 पंप लगाकर नाले में भरे पानी को खाली करवाया जा रहा है. लेकिन सोमवार को फिर से तेज बरसात शुरू हो गई थी जिससे काम बाधित हो गया और नाले में वापस से पानी आ गया. अब पम्प लगाकर वापस से पानी को निकाला जा रहा है जल्द ही बूंदी में पानी की सप्लाई की जाएगी.
कोटा नगर निगम की भी रही बड़ी लापरवाही
कोटा नगर निगम की भी बड़ी लापरवाही सामने आई है. जब राइजिंग लाइन नीचे थी तो ऊपर से नाला कैसे बना दिया. इसी का खामियाजा अब बूंदी शहर के लाखों लोग पेयजल आपूर्ति से वंचित रहने का भुगत रहे है. अब राइजिंग लाइन नाले के नीचे टूटी तो विभाग की आंखों की खुलती नजर आई है. विभाग ने नाले डायवर्ट के लिए निगम के अधिकारियों को नोटिस भेजा है और जवाब मांगा है कि आखिरकार क्यों राइजिंग लाइन के ऊपर नाला बनाया गया.
जलदाय विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि जैसे तैसे अब जलापूर्ति तो शुरू कर देंगे. लेकिन आगे जाकर नाले में फिर से पाइप लाइन टूटी तो नाले का गंदा पानी भी शहर की सप्लाई में जाएगा जिसका जिम्मेदार कौन होगा. हमारी कोशिश है कि इसका जल्द हम समाधान निकालेंगे.
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