Truck Driver Strike: राजस्थान में 5 जनवरी से प्राइवेट बस, ट्रक और टैक्सी की हड़ताल, नए कानून पर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने दी ये चेतावनी
Transport Strike in Rajasthan: बस ऑपरेटर एसोसिएशन राजस्थान ने नए हिट एंड रन कानून पर चिंता जाहिर करते हुए इस कानून में सुधार की मांग की है. इस कानून के विरोध में जयपुर में मिनी बस सेवाएं बाधित रहेंगी.
Truck Driver Strike News: नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ पूरे देश में विरोध बढ़ता ही जा रहा है. नए हिट एंड रन कानून के विरोध में बस ऑपरेटर एसोसिएशन राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष सत्य नारायण साहू ने बताया कि "जब तक आईपीसा की धारा 106/2 में संशोधन नहीं हो जाता है, तब तक ये मांग जारी रहेगी. इसलिए 5 जनवरी से राजस्थान के प्राइवेट बस और ट्रक के साथ ही साथ टैक्सी आदि के ड्राइवर छुट्टी पर चले जायेंगे. जिसका असर राजस्थान के 30 हजार से अधिक प्राइवेट बसों पर पड़ेगा."
इस हड़ताल के असर को लेकर बस ऑपरेटर एसोसिएशन राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष सत्य नारायण साहू ने बताया कि "इस बंद का व्यापक असर पड़ेगा. इसके लिए समस्त राजस्थान के बस ऑपरेटर एक जुट हो रहे हैं." उन्होंने दावा किया कि "मिनी बस, ऑटो रिक्शा, मिनी ट्रक, सिटी बस सभी के यूनियन एक जुट होकर आगे बढ़ रहे हैं. सबकी मांग है कि केन्द्र सरकार ने इस नियम में बदलाव नहीं किया तो मजबूर होकर बस ऑपरेटर एसोसिएशन राजस्थान अन्दोलन करने जा रहा है."
ये है बदलाव की मांग
सत्य नारायण साहू ने बताया कि "हाल ही में भारत सरकार ने ड्राइवरों के लिए एक्सीडेंट करके भागने के मामले में जो फैसला लिया है वह ठीक नहीं है. डॉक्टर्स और ड्राइवर में अंतर क्यों किया जा रहा है? डॉक्टर्स के लिए दो साल और ड्राइवर के लिए 10 साल की सजा क्यों? इसका विरोध जारी रहेगा." उन्होंने अपनी चिंता का इजहार करते हुए कहा कि "एक्सीडेंट के बाद अगर ड्राइवर स्पॉट पर रुका तो उसे पब्लिक जान से मार सकती है या हाथ पैर तोड़ कर दिव्यांग बना सकती है. इसके लिए भी कानून बनना चहिए और इस बात को लेकर जयपुर, कोटा के ट्रक यूनियन में यातायात महासंघ की बैठक हुई है.
जयपुर में आज मिनी बसें प्रभावित
राजधानी जयपुर में मंगलवार (2 दिसंबर) को सिटी मिनी बसें प्रभावित हैं. वहीं बुधवार (3 दिसंबर) को कानून के विरोध में टैम्पो और मैजिक चालक जयपुर में हड़ताल पर रहेंगे. कल रात 12 बजे से गुरुवार (4 दिसंबर) रात 12 बजे तक मैजिक और टैम्पों बंद सेवाएं रहेंगी. इसका असर जयपुर की शहर ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पर पड़ेगा.
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