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जानवरों को भगाने का देसी जुगाड़ कैल्शियम कार्बाइड गन, छीन रही किसानों की आंखों की रोशनी

Kota News: हाड़ौती के किसान फसलों की सुरक्षा के लिए देसी जुगाड़ गन का उपयोग करते हैं, जो कैल्शियम कार्बाइड से काम करती है. यह आंखों के लिए खतरनाक हो सकती है.

Kota News: हाड़ौती संभाग में फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए किसान देसी जुगाड़ गन का उपयोग करते है. यह देसी जुगाड़ गन फलों को पकाने के लिए उपयोग में आने वाला कैल्शियम कार्बाइड नामक क्षारीय पदार्थ का उपयोग करके जंगली जानवरों को डराने के लिए डिजाइन किया गया एक सस्ता उपकरण है. हालांकि यह उपकरण प्रभावी साबित हुआ है, लेकिन यह किसानों की आंखों के लिए जोखिम भी पैदा कर रहा है. 

पिछले दिनों नेत्र चिकित्सालय कोटा में ऐसे कुछ मामलें आए है जिसमें देशी जुगाड़ गन का उपयोग के दौरान आंखों में गंभीर क्षारीय कोर्नियल चोट लगने से किसानों की आंखों की रोशनी चली गई.

कैल्शियम कार्बाइड देसी जुगाड़ गन कैसे काम करती है
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेश पांडे ने बताया कि यह गन दो अलग-अलग व्यासों की पीवीसी पाइपों से बनाई जाती है, जो कैल्शियम कार्बाइड और पानी के मिश्रण का उपयोग करके एक शक्तिशाली धमाका उत्पन्न करती है. जब कैल्शियम कार्बाइड पानी के साथ प्रतिक्रिया करता है, तो यह एसीटिलीन गैस उत्पन्न करता है, जिसे प्रज्वलित किया जाता है. ताकि एक तेज धमाका हो सके. यह जोरदार आवाज जंगली जानवरों को डराने के लिए बनाई जाती है, जिससे कीमती फसलों की रक्षा हो सके.

क्षारीय कॉर्नियल चोट से रोशनी जाने का खतरा  
नेत्र सर्जन डॉ. सुरेश पाण्डेय एवं डॉ. विदुषी शर्मा ने बताया कि कैल्शियम काबाईड गन आंखों के लिए खतरनाक हो सकती है. असावधनी पूर्वक अथवा यदि इसे गलत तरीके से उपयोग किया जाए, तो यह विशेष रूप से क्षारीय कॉर्नियल बर्न्स होने के कारण गंभीर आंखों की चोटों का कारण बन सकती है. 

ये चोटें तब होती हैं जब अत्यधिक प्रतिक्रियाशील कैल्शियम कार्बाइड आंख के संपर्क में आता है, जिससे यदि तुरंत इलाज न किया जाए तो संभावित अंधापन हो सकता है.

- किसानों के लिए आंखों की सुरक्षा के सुझाव  
1. सुरक्षात्मक चश्मा पहनें- कैल्शियम कार्बाइड या मलबे के संभावित छींटों से अपनी आंखों को बचाने के लिए हमेशा सुरक्षा गॉगल्स पहनें.
2. रसायनों को सावधानी से संभालें- कैल्शियम कार्बाइड के सीधे संपर्क से बचें. इसे सुरक्षित रूप से संभालने के लिए दस्ताने और उपकरणों का उपयोग करें.
3. सुरक्षित दूरी बनाए रखें- गन को ट्रिगर करते समय एक सुरक्षित दूरी बनाए रखें ताकि विस्फोट के आकस्मिक संपर्क से बचा जा सके.
4. रसायनों को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करें- कैल्शियम कार्बाइड को एक सूखी, ठंडी जगह पर बच्चों और जानवरों से दूर रखें.
5. प्राथमिक चिकित्सा ज्ञान- रासायनिक चोटों के लिए प्राथमिक चिकित्सा उपायों के बारे में जानें. आंख के संपर्क के मामले में, आंख को तुरंत साफ पानी से धोएं और चिकित्सीय मदद लें.
6. नियमित प्रशिक्षण- कैल्शियम कार्बाइड गन और अन्य फार्म उपकरणों के सुरक्षित उपयोग और संभालने पर नियमित प्रशिक्षण प्राप्त करें.

कैल्शियम कार्बाइड गन के उपयोग से जुड़े संभावित खतरों और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक सावधानियों के बारे में जागरूकता फैलाना महत्वपूर्ण है. किसानों को शिक्षित करके और सुरक्षित प्रथाओं को बढ़ावा देकर, हम उनकी दृष्टि और समग्र स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं.

केस-1:
ग्राम छीपाबड़ौद निवासी 45 वर्षीय सीताराम की दाहिनी आंख में कैल्शियम काबाईड गन से गंभीर चोट लगी.  उनकी दाहिनी आंख में गे्रड फोर कॉर्नियल बर्न (पारदर्शी पुतली में गंभीर क्षारीय क्षति) होने के कारण दिखाई देना बंद हो गया था. कैल्शियम काबाईड जुगाड़ गन द्वारा कैमिकल कोर्नियल बर्न के साथ-साथ थर्मल स्किन बर्न भी हुआ, जिसका उपचार किया जा रहा है.
 
केस-2:
ग्राम दहीखेड़ा निवासी 32 वर्षीय निवासी राजू नागर बायीं आंख में कैल्शियम काबाईड गन से चोट लगी थी. उनकी बायीं आंख में गे्रड टू कॉर्नियल बर्न (पारदर्शी पुतली में क्षारीय क्षति) होने के कारण दिखाई देना बहुत कम हो गया था. इनका भी उपचार किया जा रहा है.

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