Cleanliness Drive: कोटा में कचरे पर करोडों रुपये खर्च किए जाते हैं. उसके बाद भी कोटा साफ नहीं होता है. सालों से कोटा शहर में कचरे की समस्या बनी हुई है. गली मोहल्ले तो दूर की बात कोटा शहर के मुख्य चौराहों के पास ही गंदगी के बडे ढेर देखे जा सकते हैं.शिकायतों पर भी कोई ध्यान नहीं देता. लेकिन इस बार आस बंधी है कि कोटा में सफाई दिखाई देगी.नगर निगम कोटा दक्षिण में डिप्टी कमिश्नर पद पर आरएएस अधिकारी राजेश डागा ने ये जिम्मेदारी संभाली है. उन्होंने एक अनूठी पहल शुरू की है.
अपनी सक्रियता के लिए जाने जाते हैं नए डिप्टी कमिश्नर
एक माह पहले ही सांगोद से ट्रांसफर होकर आए डिप्टी कमिश्नर राजेश डागा अपनी कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं.सांगोद एसडीएम रहते हुए भी आम जनता की शिकायत, अतिक्रमण और रास्तों के विवाद सुलझाने में काफी चर्चित थे.वीरांगना मधुबाला के घर तक रोड बनवाने के लिए भी उन्होंगे ग्रामीण और परिवादी से बात की थी. इसके बाद कोटा में आते ही उन्होंने धड़ाधड़ कार्रवाई और जांच शुरू कर दी है.इसमें अतिक्रमण हटाने से लेकर नगर निगम के करोड़ों के भूखंडों पर वापस कब्जा लेने की कार्रवाई शामिल है.
इस वाट्सअप नंबर पर करनी होगी शिकायत
उन्होंने एक नया अभियान छेड़ा है.जिसके तहत सड़कों पर गंदगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.इस अभियान में उन्होंने आम जनता का सहयोग लिया है.इस अभियान में शहर के हर नागरिक को शामिल किया गया है जो शिकायत करेगा और निगम उसका समाधान करेगा.निगम का व्हाट्सएप नंबर जारी कर दिया गया है.इससे आम जनता अपना शिकायत भेज सकते हैं.उस शिकायत पर कार्रवाई नगर निगम करेगा.इसमें गंदगी फैलाने से संबंधित वीडियो या फोटो के साथ साथ जानकारी भेजनी होगी.गंदगी फैलाने वाले व्यक्ति का वीडियो या फोटो खींच कर वाट्सअप नंबर 7742514514 पर भेज सकते हैं.
नगर निगम गुप्त रखेगा शिकायतकर्ता का नाम
इस पहल के तहत गंदगी फैलाने वाले व्यक्ति की कुछ जरूरी जानकारी शिकायतकर्ता को देनी होगी,जिससे कि उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके. इस जानकारी में गंदगी फैलाने वाले किरायेदार या मकान मालिक का नाम,वार्ड,पता, मोबाइल नंबर देना होगा.किसी वाहन से अगर वह कचरा फेंकने आ रहा है,तो उस वाहन का नंबर देना होगा.हालांकि शिकायतकर्ता का नाम पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा.शिकायत सही पाए जाने पर निगम की टीम कार्रवाई करेगी. समझाइश करेगी और जुर्माना भी लगाएगी.
निगम कोटा दक्षिण स्वच्छता सर्वेक्षण में टॉप 10 में शामिल होने पर प्रयास कर रहा है.बीते दिनों गंदगी फैलाने वालों पर कार्रवाई के मामले में करीब 70 हजार रुपये का जुमार्ना वसूला जा चुका है.
ये भी पढ़ें