Rajasthan News: राजस्थान चिकित्सा क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है. सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधा जिसमें इलाज और दवाइयां निशुल्क कर दी गई हैं. इसके साथ ही गंभीर बीमारियों के ऑपरेशन के लिए भी नई मशीनें और तकनीक आ रही है. इसी क्रम में उदयपुर संभाग के सबसे बड़े महाराणा भूपाल हॉस्पिटल में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के लिए स्पेशल ऑपेरशन थिएटर (OT) मिल गया है. यहीं नहीं महंगे उपकरण भी खरीदे जा रहे हैं. इससे अब संभाग के कई कैंसर पीड़ितों को फायदा होने वाला है. बता दे कि राजस्थान में जयपुर के एसएमएस के बाद महाराणा भूपाल हॉस्पिटल में कैंसर जैसी बीमारी के लिए हाई तकनीकी उपकरण है.

एक ऑपरेशन में आती है तीन लाख की खर्च
दरअसल, अभी महाराणा भूपाल हॉस्पिटल में अब तक कैंसर मरीजों के ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर नहीं था. जनरल OT में ही कैंसर मरीजों का ऑपरेशन होता था. ऐसे में कैंसर से पीड़ित मरीजों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब कैंसर मरीजों के लिए स्पेशल OT आरक्षित हो चुकी है जो जनवरी तक शुरू हो जाएगी. अब इसमें  सिर्फ कैंसर मरीजों का ही ऑपरेशन होगा. जिससे बिना इंतजार के ही मरीजों को इलाज मिलेगी. खास बात यह है कि कैंसर के ऑपरेशन की निजी हॉस्पिटल में 3 लाख रुपये तक खर्च आता है. अब यहां नि शुल्क होगा.

एक करोड़ रुपये के नए उपकरण
बेहतर उपचार के लिए हॉस्पिटल को राज्य सरकार से एक करोड़ रुपये के उपकरण मिलने वाले हैं. राज्य सरकार ने इसकी स्वीकृति भी दे दी गई है. ओटी के लिए यह उपकरण मिलने पर और अच्छे से बेहतर तकनीक से उपचार हो पाएगा. हॉस्पिटल के कैंसर विभाग अध्यक्ष डॉ नरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि कैंसर ऑपेरशन के लिए डेडिकेटेड ओटी आरक्षित हो गई है. जिसकी जल्द शुरुआत होने वाली है. बड़ी आंत, स्टमक, बच्चेदानी सहित अन्य ऑपेरशन की निजी हॉस्पिटल की 3 लाख रुपए का खर्च आता है. उन्होंने बताया कि इस हॉस्पिटल में सभी का उपचार निशुल्क है. अगर किसी राजस्थान निवासी का चिरंजीवी योजना से पंजीकरण नहीं है तो निजी में ऑपरेशन के 3 लाख तक का खर्च वहन करना पड़ता है, लेकिन यहां निशुल्क होगा.

20 हजार मरीज से ज्यादा मरीज
महाराणा भूपाल हॉस्पिटल उदयपुर संभाग का सबसे बड़ा हॉस्पिटल है. यहां पर उदयपुर संभाग के प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, राजसमंद, चित्तौड़ के मरीज तो आते ही हैं, साथ में मध्य प्रदेश के मंदसौर, नीमच, रतलाम, जिले के तक मरीज यहां आते हैं. कैंसर मरीजों की बात करें तो यहां हर साल 20 हजार से ज्यादा कैंसर से पीड़ित मरीज आते हैं. इसमें 10 हजार तो भर्ती की संख्या है. विभागीय आंकड़ों को देखें तो 150 से ज्यादा मरीजों का तो इस साल ऑपरेशन हो चुका है और कुछ वेटिंग में चल रहे हैं. इन सभी मरीजों को अब इलाज मिलेगा.


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