Rajasthan: सचिन पायलट के पक्ष में बोलने वाले मंत्री राजेंद्र गुढ़ा पर केस, किडनैपिंग और मारपीट का लगा आरोप
Rajasthan Congress: ककराना पंचायत के वार्ड पंच का आरोप है कि मंत्री राजेंद्र गुढ़ा कुछ लोगों के साथ उनके घर में घुसे और जबरन फार्महाउस ले गए जहां उनके साथ मारपीट की और खाली चेक पर साइन भी कराया.
Rajasthan Politics: बीते कुछ समय से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के खिलाफ बयानबाजी कर रहे सचिन पायलट (Sachin Pilot) समर्थक उदयपुरवाटी विधायक और सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा (Rajendra Gudha) के खिलाफ नीमकाथाना कोतवाली थाने में केस दर्ज हुआ है. मंत्री गुढ़ा पर अपहरण और मारपीट का आरोप है. नीमकाथाना के वार्ड नंबर 31 में रहने वाले ककराना पंचायत के वार्ड पंच दुर्गासिंह राजपूत की रिपोर्ट पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. आरोपी गुढ़ा सरकार में मंत्री होने के कारण पुलिस ने मामले की जांच सीआईडी सीबी को सौंपी है.
अगुवा कर मारपीट और गालीगलौज का आरोप
शिकायत दर्ज कराने वाले दुर्गासिंह राजपूत ने पुलिस थाने में दी गई रिपोर्ट में बताया कि वह ककराना पंचायत के वार्ड पंच हैं और उदयपुरवाटी में आयोजित होने वाले कई राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल होते हैं. इसी बात को लेकर मंत्री गुढ़ा उनसे रंजिश रखते हैं. करीब 15 दिन पहले राजेंद्र गुढ़ा ने उन्हें फोन करके धमकी दी- 'तेरे को राजनीति करना सिखाऊंगा.' शिकायतकर्ता ने कहा कि मेरी तो कोई गलती नहीं है. आरोप है कि इसपर मंत्री गुढ़ा ने गालीगलौज करते हुए फोन काट दिया.
शिकायतकर्ता दुर्गासिंह राजपूत का कहना है कि बीती 27 जनवरी की दोपहर करीब 12.00 बजे राजेंद्र गुढ़ा ने खुद के फोन से कॉल किया और पूछा कि कहां हो? इसपर उन्होंने बताया कि वह नीमकाथाना हैं. आरोप है कि करीब 30 मिनट बाद मंत्री गुढ़ा अपने पीए कृष्ण कुमार और ड्राइवर के साथ अपनी सरकारी गाड़ी से आए. उनके साथ लाल रंग की एक थार गाड़ी और एक पुलिस की गाड़ी भी थी, लेकिन पता नहीं कहां की थी. करीब 8-10 आदमी और विमला कंवर नाम की एक महिला भी साथ आई थी.
शिकायतकर्ता का आरोप है कि सभी जबरन मकान में घुस गए. राजेंद्र गुढ़ा ने कॉलर पकड़कर सरकारी गाड़ी में बैठा लिया और फार्महाउस ले गए. रास्ते में मारपीट और अपशब्द का इस्तेमाल किया. मंत्री ने उदयपुरवाटी थाना अधिकारी को फोन कर कहा कि यह मान जाए तो ठीक, नहीं तो ऐसा मुकदमा लगाना कि एक-दो साल बाहर नहीं आए.
'खाली चेक पर करवाए साइन'
परिवादी ने रिपोर्ट में बताया कि मंत्री ने उनके छोटे भाई विक्रम सिंह को भी कॉल कर फार्महाउस बुलवाया. विक्रम आया तो उसे डरा-धमकाकर खाली चेक पर साइन करवा लिए. इसके बाद दोनों को धमकी देकर छोड़ा कि कोई कार्रवाई की तो जान से मार दूंगा. मेरी सरकार है. मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. पीड़ित ने रिपोर्ट में सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल के आधार पर सच्चाई का पता लगाकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने केस दर्ज कर कर लिया है. इस मामले में एबीपी न्यूज ने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा का पक्ष जानना चाहा, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.
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