Kota News: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने शैक्षणिक-सत्र 2023-24 के लिए 10वीं और 12वीं बोर्ड के सैंपल क्वेश्चन पेपर्स और पाठ्यक्रम जारी कर दिया है. एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा के मुताबिक 12वीं के फिजिक्स और केमिस्ट्री विषयों में कुल-प्रश्नों की संख्या 35 से घटाकर कर 33 कर दी गई है.बायोलॉजी में कुल प्रश्नों की संख्या में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है.उन्होंने बताया कि गणित विषय में कुल प्रश्नों की संख्या में कोई परिवर्तन तो नहीं किया गया है, लेकिन ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन की संख्या 18 से बढ़ाकर 20 कर दी गई है.
क्वेश्चन पेपर में क्या हुए हैं बदलाव
फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी में ऑब्जेक्टिव क्वेश्चंस की संख्या का 22.85 फीसदी है. वहीं गणित में 25 फीसदी वेटेज ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चंस का है.देव शर्मा ने बताया कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी-एनईपी,2020 के तहत स्कूली-शिक्षा को कोंपीटेंसी-बेस्ड बनाए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं.इस कड़ी में सिर्फ टीचिंग-लर्निंग ही नहीं बल्कि एग्जामिनेशन और एसेसमेंट-प्रैक्टिसेज में भी परिवर्तन किए गए हैं.बोर्ड-2024 की परीक्षा के लिए 'कांपीटेंसी' और 'एप्लीकेशन ऑफ नॉलेज बेस्ड क्वेश्चंस' की संख्या बढ़ा दी गई है.इस प्रकार के प्रश्नों द्वारा विद्यार्थी की कंसेप्ट्स को विभिन्न ज्ञात और अज्ञात परिस्थितियों में अप्लाई करने की क्षमता का आंकलन किया जाएगा.उन्होंने बताया कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी-एनईपी, 2020 का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों की विषयों को रटने की प्रवृत्ति को समाप्त करना है.
इस बदलाव का मकसद क्या है
देव शर्मा ने बताया कि इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश-परीक्षाओं JEE-NEET-UG के अतिरिक्त आर्किटेक्चर प्रवेश परीक्षा-नाटा, मैनेजमेंट प्रवेश परीक्षा क्लेट, जिपमेट और 2022 से शुरू किए गए सीयूईटी प्रवेश-परीक्षाओं में ऑब्जेक्टिव-टाइप,एप्लीकेशन ऑफ नॉलेज बेस्ड क्वेश्चंस ही पूछे जाते हैं.बोर्ड परीक्षाओं के नए एग्जामिनेशन-कंपोजिशन/पैटर्न से प्रतियोगी-परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले स्कूली-विद्यार्थियों को काफी लाभ होगा. विद्यार्थी अब बोर्ड परीक्षाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं के मध्य बेहतर तरीके से तालमेल बैठा सकेंगे.
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