Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्री आज से शुरू, घरों और मंदिरों में हुई घट स्थापना, बयाना में माता का लक्खी मेला शुरू
Rajasthan News: भरतपुर के बयाना उपखण्ड में स्थित कैलादेवी झील का वाड़ा में आज से माता का लक्खी मेला शुरू हो गया है. आज नवरात्रि शुरू होते ही माता के मंदिर में घट स्थापना कर मेले की शुरूआत हो गई है.
हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है. नौ दिन तक चलने वाली नवरात्रि पूजा से सुख समृद्धि और घर में शांति रहती है.माना जाता है कि आज ही के दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि का आरंभ किया था. आज से शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि नौ दिन तक चलेंगे.नौ दिन माता की अलग-अलग रूपों में पूजा-अर्चना की जाएगी. नौ दिन तक माता के भक्त व्रत रखकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर अनुष्ठान कर माता रानी को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं. नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना की जाती है. आज माता रानी की विधि विधान से पूजा-अर्चना कर घर-घर में घट स्थापना की जाएगी.
मंदिरों में हुई सजावट
चैत्र शुक्ल पक्ष के नवरात्रि उपलक्ष्य में राजस्थान के भरतपुर जिले में आज माता रानी के मंदिरों की सजावट की गई. शहर के देवी मंदिरों पर महिला और पुरुष सुबह से ही पूजा करने पहुंच रहे हैं.आज लोगों ने अपने घरों में भी घट स्थापना कर पूजा अर्चना की. नवरात्रों का हिन्दू धर्म में अलग ही महत्व है. नौ दिन तक चलने वाली नवरात्रि पूजा से सुख समृद्धि और घर में शांति रहती है.आज ही के दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि का आरंभ किया था.
आज से ही हिंदू नववर्ष का भी शुभारंभ हो रहा है. चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नव वर्ष शुरू हो जाता है. आज से हिंदू नव वर्ष विक्रम संवत 2080 की शुरुआत हो जाएगी. आज हिन्दू नव वर्ष की लोग अपने करीबियों और और रिश्तेदारों को बधाई सन्देश देकर नव वर्ष की शुभकामनाएं दे रहे हैं.
मंदिरों में लगी भक्तों की भीड़
भरतपुर के बयाना उपखण्ड में स्थित कैलादेवी झील का वाड़ा में आज से माता का लक्खी मेला शुरू हो गया है. आज नवरात्रि शुरू होते ही माता के मंदिर में घट स्थापना कर मेले की शुरूआत हो गई है. माता के दरबार में सोमवार से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था. कैलादेवी झील का वाड़ा मंदिर में राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दिल्ली से भी काफी संख्या में श्रद्धालु माता के चरणों में हाजिरी लगाने पहुंचते हैं. माता के मंदिर में जाट देने और बच्चों का मुंडन कराने को हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं.
शहर के अन्य माता मंदिरों में भी सुबह से ही माता के भक्तगण पहुंचने लगे हैं. प्राचीन प्रसिद्ध मंसा माता , राजराजेश्वरी देवी के मंदिर, कालीमाता मंदिर में सुबह से ही लोगों का आना शुरू हो गया है. लोग माता के मंदिरों में विधि विधान से पूजा-अर्चना कर परिवार में खुशहाली के लिए माता से मन्नत मांग रहे हैं.
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