Dacoit Lovely Pandey: चम्बल के बीहड़ में अनेक कुख्यात डकैत हुए और कई दस्यु सुंदरी भी हुईं, जिनकी अपनी डाकू बनने की मजबूरियां रहीं. लेकिन बाद में उन्होंने फिर चंबल के बीहड़ में राज किया. ऐसी ही एक डाकू हुई थी किरण पांडेय उर्फ लवली पांडेय (Lovely Pandey) जिसके पति ने उसे छोड़ दिया था और तलाक के बाद लवली ने रज्जन गुर्जर (Rajjan Gujjar) से शादी कर ली. रज्जन गुर्जर डकैतों की गैंग का सरदार था तो लवली को भी चम्बल के बीहड़ डाकू बनना पड़ा.
जानकारी के अनुसार, किरण पांडेय का जन्म उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के भरेह गांव में हरिशंकर शास्त्री के घर में हुआ था. किरण पांडेय बेहद खूबसूरत थी. पिता हरिशंकर ने वर्ष 1992 में उसकी शादी ब्राह्मण परिवार में ही की थी. लेकिन किरण उर्फ लवली के पति के साथ कभी रिश्ते अच्छे नहीं रहे और शादी के कुछ समय बाद ही किरण को उसके पति ने तलाक दे दिया.
छिप-छिपकर मिलते थे लवली-रज्जन
पति के तलाक देने के बाद लवली पांडेय अपने घर भरेह वापस आ गई और अपने पिता के साथ ही रहने लगी. पिता के साथ कुछ समय बिताया ही था कि फिर लवली के पिता हरिशंकर शास्त्री का निधन हो गया. उसके बाद लवली खुद मेहनत-मजदूरी करके अपना पेट पालने लगी. लवली जवान थी और गांव में अकेली रहती थी. भरेह गांव में रज्जन गुर्जर डाकू का आना-जाना रहता था. लवली और रज्जन गुर्जर को आपस में प्यार हो गया तो दोनों छुप-छुपकर मिलने लगे. लेकिन कहते हैं कि प्यार छुपाए नहीं छुपता है, रज्जन गुर्जर डाकुओं के गिरोह का सरदार था इसलिए लोग खुलकर कुछ नहीं बोलते थे. लेकिन एक ब्राह्मण की लड़की का इस तरह डाकू के साथ मिलना किसी को अच्छा नहीं लगता था और लोग लवली पर उंगलियां उठाने लगे थे.
मंदिर के शादी के बाद बदल गई जिंदगी
लवली रज्जन गुर्जर को अपना दिल दे बैठी थी. पहले तो वह छुपकर मिलती थी लेकिन बाद में लवली ने रज्जन से गांव भरेह के मंदिर में जाकर शादी कर ली. बताया जाता है कि रज्जन की शादी में चम्बल कई डाकू भी शामिल हुए थे. शादी के बाद लवली पांडेय रज्जन के साथ ही चम्बल के बीहड़ चली गई. यहीं से उसकी डाकू बनने की शुरुआत हुई. लवली थोड़े दिन में ही रज्जन के साथ मिलकर लूट अपहरण ,हत्या और डकैती की वारदातों को अंजाम देने लगी थी.
प्रधानाध्यापक का अपहरण कर बटोरी सुर्खियां
थोड़े दिन में ही लवली पांडेय ने अपने नाम की दहशत फैला दी और 1998 तक लवली पांडेय का नाम चम्बल की खूंखार डाकुओं में शामिल हो गया. लवली पांडेय का नाम चर्चा में उस समय आया जब लवली पांडेय ने रामस्वरूप शर्मा रिटायर्ड प्रधानाध्यापक का अपहरण किया और अपने डकैत गैंग की मौहर लगे लेटर हैड पर लिखकर 6 लाख की फिरौती मांगी, इस घटना के बाद पुलिस भी लवली पांडेय को तलाशने में लग गई.
एनकाउंटर में ढेर हुए लवली-रज्जन
साल 2000 में लवली पांडेय पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया. तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में लवली पांडेय का आतंक था. वर्ष 2000 के मार्च के महीने में रज्जन गुर्जर और लवली पांडेय को पुलिस ने घेर लिया था. दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई. रज्जन गुर्जर और लवली पांडेय की पुलिस से हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 50 हजार की इनामी दस्यु सुंदरी लवली पांडेय और रज्जन गुर्जर को हमेशा के लिए शांत कर दिया था.
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