Chambal Dacoit: 13 साल की उम्र में हो गई शादी, गांव वालों ने वर्षों तक प्रताड़ित किया, फिर क्राइम की दुनिया में ऐसे घुसी डकैत शीला
Dacoit of Chambal: चंबल घाटी की महिला दस्युयों में सबसे सुंदर शीला को माना जाता है. कहते हैं कि इसकी सुंदरता के आगे बॉलीवुड की हिरोइनें फीकी थीं. शीला की सुंदरता ही इसकी बर्बादी का कारण रही.
Female Bandit Sheela: राजस्थान के चम्बल के बीहड़ों में सैकड़ो डाकुओं ने राज किया. चंबल में डाकू मान सिंह हो या पान सिंह, चाहे डाकू माधो सिंह हो या मोहर सिंह सबने राज किया है. चंबल में महिला डाकुओं ने भी राज किया है जिनमे फूलन देवी, पुतलीबाई, सीमा परिहार, नीलम गुप्ता, सरला जाटव जैसी खूंखार दस्यु सुंदरियों ने डकैतों की गैंग में रह कर डाकुओं का साथ दिया. महिला डकैत भी पुरुष डकैतों से कहीं से कम नहीं रही हैं. महिला डाकुओं ने भी चम्बल की धरती को खून से लाल किया था.
13 साल की उम्र में पिता ने कर दी थी शादी
उत्तर प्रदेश के जालौन के गांव जवासा में 1970 में जन्मी और पली शीला के पिता माखन ने उसकी शादी मात्र 13 वर्ष की उम्र में पिपरी गांव के किसान लाखन के साथ कर दी थी. शीला अभी शादी के मायने ही नहीं समझती थी कि उस पर ससुराल का बोझ लाद दिया. शीला ने घर गृहस्थी की गाड़ी को चलाया और पारिवारिक जिम्मेदाइयों को ढंग से निभाते हुए गृहस्थी की गाड़ी को आगे बढ़ाया. सब कुछ सही चल रहा था. शीला बहुत सुन्दर थी, गांव के दबंग की नजर शीला पर पड़ गई.
दबंग ने उठाया जबरदस्ती
गांव के प्रकाश नाम का दबंग शीला को जबरदस्ती उठा ले गया और पास के गांव के रुस्तम सिंह के हवाले कर दिया. रुस्तम सिंह ने शीला को अपने पास बंधक बनाकर रखा और उसके साथ दुष्कर्म किया. लगभग एक सप्ताह रुस्तम ने शीला को अपने यहां पर कैद रखा. एक सप्ताह बाद शीला को छोड़ दिया. दबंग मन चाहे जब शीला को उठाकर ले जाते और उसके साथ दुष्कर्म करते. शीला की जिंदगी बद से बदतर हो गई थी. शीला का पति दबंगों का विरोध नहीं कर पाया तब तक शीला के दो बच्चे भी हो गए.
सात साल तक हत्या और लूट की वारदातों को अंजाम देती रही
शीला की सहनशक्ति जवाब दे गई और वह अपने दोनों बच्चों को छोड़कर चम्बल के बीहड़ में कूद गई. चम्बल के बीहड़ में शीला ने डकैत तिलक सिंह की गैंग में शामिल होकर डकैती के गुर सीखे और लगभग सात साल तक डकैतों की गैंग में रहकर लूट, हत्या, डकैती,अपहरण जैसी वारदातों को अंजाम देती रही. शीला ने मन बना लिया कि जिन लोगों ने उसकी जिंदगी बर्बाद की, उनसे बदला जरूर लेगी. शीला अपना बदला ले पाती, उससे पहले ही उसके गिरोह का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया, इसमें तिलक सिंह सहित गैंग के अन्य कई डकैत मारे गए.
पुलिस के सामने किया आत्मसमर्पण
गैंग के साथी डकैतों के मारे जाने के बाद शीला ने अपनी जान बचाकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.आत्मसमर्पण करने के बाद शीला को ग्वालियर जेल में भेज दिया. जेल में सजा काटने के बाद शीला बाहर आ गई तो समाज में उसे मान सम्मान नहीं मिला. शीला ने अपनी नई जिंदगी शुरू करने की सोचकर कल्ली गुर्जर के साथ शादी कर ली, लेकिन कहते हैं कि जब किस्मत साथ नहीं देती तो सब कुछ उल्टा ही होता है. कल्ली गुर्जर से शादी करने के बाद भी शीला की परेशानी कम नहीं हुई. कल्ली गुर्जर भी शीला को परेशान करने लगा.
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