Chambal River Accident: चंबल नदी से बरादम हुए तीन और शव, डूबकर मरने वालों की संख्या 5, दो अब भी लापता
Chambal River Accident: गोताखोरों और एसडीआरएफ की टीम ने आज अंधेरा होने की वजह से चंबल नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया है. लापता दो लोगों को तलाश करने के लिए सोमवार सुबह फिर अभियान चलेगा.
Murena Chambal River Accident: चंबल नदी में हुए हादसे के बाद मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है. रविवार को तीन और महिलाओं का शव बरामद होने के बाद डूबकर मरनेवालों की संख्या पांच हो गई. आज नदी से निकाले गए तीन शवों की पहचान 24 वर्षीय रुक्मणी, 45 वर्षीय अलोपा बाई और 19 वर्षीय रश्मि के रूप में हुई. लापता पांच श्रद्धालुओं की तलाश दूसरे दिन भी जारी रही.
शाम में अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन को रोकना पड़ा था. कल 50 वर्षीय देवकीनंदन और 45 वर्षीय कल्लो बाई नामक दो लोगों के शव मिले थे. अभी भी 12 वर्षीय लवकुश सिंह और 17 वर्षीय ब्रजमोहन लापता हैं.
चंबल नदी से आज 3 महिलाओं का मिला शव
आज सुबह 7 बजे गोताखोरों और एसडीआरएफ की टीमों ने सर्च अभियान चलाया. बता दें कि शनिवार को शिवपुरी के 17 श्रद्धालुओं का जत्था मुरैना में चंबल नदी पार करते समय बह गया था. 10 श्रद्धालु तैरकर सुरक्षित किनारे तक पहुंच गए थे. श्रद्धालुओं का जत्था करौली में कैला देवी का दर्शन करने आ रहा था.
करौली पुलिस अधीक्षक नारायरण लाल टोगस ने बताया, ‘‘तलाशी अभियान में शामिल मध्य प्रदेश की पांच टीमों और राजस्थान की दो टीमों के संयुक्त प्रयास से रविवार को तीन महिलाओं का शव नदी से निकाला गया.
कल फिर चलाया जाएगा तलाशी अभियान
आज अंधेरा होने की वजह से तलाशी अभियान रोकना पड़ा है. सोमवार सुबह तलाशी अभियान फिर से शुरू किया जायेगा.’’ उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम और आगे की कार्रवाई के लिये मध्य प्रदेश प्रशासन को सौंप दिया गया है. 17 श्रद्धालु करौली के कैला देवी माता का दर्शन करने 14 तारीख को पैदल रवाना हुए थे. कैला देवी माता के दरबार में लाखों श्रद्धालु हाजिरी लगाकर मन्नत मांगने करौली पहुंचते हैं.