Chambal River Front News: कोटा की चर्मण्यवती माता की गोद में बसे चंबल रिवर फ्रंट को लेकर शुरू से ही आरोप प्रत्यारोप चलते रहे हैं. बीजेपी इसे भ्रष्टाचार का अड्डा बताती रही है. तो वहीं कांग्रेस का यह ड्रीम प्रोजेक्ट था. करीब 1500 करोड़ की लागत से बने चंबल रिवर फ्रंट में पर्यावरण नियमों का उल्लंघन बताते हुए एनजीटी में एक याचिका दायर की थी, जिस पर निर्णय देते हुए एनजीटी (NGT) ने इस वाद को खारिज कर दिया है. साथ ही किसी तरह का नियमों का उलंघन भी नहीं माना है.
याचिकाकर्ता ने पर्यावरण नियमों का उल्लंघन करते हुए याचिका दायर की थी. यह भी कहा था कि चंबल घडियाल सेंचुरी में इसे बनाया गया है. जिससे जलीय जीव जंतु पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा. एनजीटी ने अपने आदेश में कहा कि पेश तथ्यों, संयुक्त समिति द्वारा पेश रिपोर्ट और गुजरात इंजीनियरिंग रिसर्च द्वारा आयोजित अध्ययन रिपोर्ट पर प्रकाश डाला गया. संस्थान में पर्यावरण नियमों का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है. एनजीटी ने यह भी आदेश में कहा कि इस मामले में किसी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है.
कांग्रेस ने बीजेपी पर जनता को बरगलाने का आरोप लगाया
इसके बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला और जनता को बरगलाने का आरोप लगाया. 23 सितंबर 2023 को अजमेर निवासी अशोक मलिकए द्रुपद मलिक व जयपुर निवासी गिरिराज अग्रवाल ने रिवर फ्रंट निर्माण को गैरकानूनी तरीके से पर्यावरण उल्लंघन करते हुए बनाए जाने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में एक वाद दायर किया था. उसके बाद यह निर्णय आया है.
एनजीटी ने याचिका खारिज कर विपक्ष को दिया करारा जवाब
इस निर्णय के बाद पूर्व यूडीएच मंत्री व कोटा उत्तर विधायक शांति धारीवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार के शासनकाल में कोटा में विकसित किए गए विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल चंबल रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट को एनजीटी से क्लीन चिट मिल गई. दुनिया को रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट रास आया है, लेकिन बीजेपी को शुरू से ही यह पच नहीं रहा था. बीजेपी के नेता इसके निर्माण के समय से बेबुनियाद आरोप लगाते आ रहे हैं.
यही नहीं झूठी शिकायत भी एनजीटी में करवाई गई. लेकिन हमने उस वक्त भी कहा था कि चंबल रिवर फ्रंट का निर्माण नियमों कायदों से हुआ है. किसी तरह की अवहेलना नहीं की गई, अब एनजीटी ने याचिका को खारिज करके विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल चंबल रिवर फ्रंट पर सच्चाई की मोहर लगा दी. याचिकाकर्ताओं ने एनजीटी में लगाई याचिका में जो आक्षेप लगाए थे. वह पूरी तरह से प्रमाणित नहीं हो पाए और इसी के चलते एनजीटी ने याचिका को खारिज कर दिया है.
अब चंबल रिवर फ्रंट में हो सकेगी शूटिंग
कलाकार फिल्म एण्ड इवेंट व लाइन प्रोड्यूसर सुभाष सोरल ने कहा कि कोटा में कई फिल्मों की शूटिंग के लिए चंबल रिवर फ्रंट के लिए यूआईटी से परमिशन के लिए आवेदन किया था. लेकिन एनजीटी ने रोक लगा रखी थी, जिस कारण परमिशन नहीं मिल पा रही थी. लेकिन शीघ्र ही कोटा में अब चंबल रिवर फ्रंट में फिल्मों की शूटिंग होगी.
ये भी पढ़ें: Rajasthan: कोटा में झाड़-फूंक से इलाज का झांसा देकर युवती से रेप, पॉक्सो कोर्ट ने सुनाई अंतिम सांस तक उम्रकैद