Udaipur News: उदयपुर संभाग के चित्तौड़गढ़ जिले में संत अमरा भगत की तपोभूमि नरबदिया गांव स्थित अनगड बावजी तीर्थ स्थल पर संतों का मंगल प्रवेश और चातुर्मास शुरू हुआ.बड़ी बात यह है कि यहां हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. 11 हजार महिलाओं ने तो कलश ही उठाया.इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी पहुंचीं. इसमें सुरजकुं धाम के संत अवधेश चैतन्य ब्रम्हचारी की अगवानी और दर्शन के लिए सड़कों पर बड़ी संख्या ने भक्त दिखे.
दो किमी लंबी कलश यात्रा
संत अमरा भगत के जन्मस्थली गांव नरबदिया गांव में द्वारकाधीश मंदिर के आसपास शनिवार तड़के से महिला श्रद्धालु विभिन्न वाहनों से यहां पहुंचना शुरू हो गया. सुबह 8:00 बजे पूरे गांव में महिलाओं की संख्या सैकड़ों में पहुंच गई.यहां पर पांच टैंकरों में गंगाजल सहित पवित्र सरोवरों का जल डालकर कलश भरने और उनमें नारियल स्थापित करने का कार्य शुरू कर दिया गया था. संत अवधेश चैतन्य महाराज द्वारकाधीश मंदिर पहुंचे. यहां पर उन्होंने विधि विधान से द्वारकाधीश और अमरा भगत जी की प्रतिमा की पूजा-अर्चना की. इसके बाद कलश यात्रा निकाली गई. कलश यात्रा करीब दो किमी लंबी रही.फिर चातुर्मास स्थल पर यात्रा पहुंची.
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने लिया आशीर्वाद
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर कहा कि आज तपस्या और त्याग की अनुपम भूमि मेवाड़ के अनगढ़ बावजी तीर्थ स्थल पर श्री श्री 108 परम पूज्य गुरुदेव अवधेश चैतन्य ब्रह्मचारी जी महाराज के भव्य चातुर्मास मंगल प्रवेश कार्यक्रम में उपस्थित होने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ. यहां आयोजित कलश यात्रा में कलश धारण किया और अवधेश चैतन्य ब्रह्मचारी जी महाराज सहित अन्य संतों से आशीर्वाद भी प्राप्त किया.भारत जैसे आध्यात्मिक देश में ऋषि मुनियों एवं ब्रह्मचारियों का सर्वोच्च स्थान माना गया है,जहां ऐसे समागमों से सात्विक ऊर्जा का संचार होता है.
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