Rajasthan Crime News: उदयपुर क्षेत्र काले सोने के नाम से प्रसिद्ध अफीम (Opium) का गढ़ है. यहां उत्पादन के बाद बड़ी मात्रा में तस्करी भी होती है जिसपर आए दिन कार्रवाइयां होती हैं. इसी को लेकर केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. ब्यूरो की टीम ने यहां लाखों रुपए की अफीम पकड़ी है जिसका लेनदेन होने वाला था. मामले में ब्यूरो ने दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. इसमें एक बेचने तो दूसरा खरीदने के लिए आया था. दोनों के बीच मीटिंग हो रही थी किब्यूरो की टीम ने दबोच लिया.
केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के चित्तौड़गढ़ निवारक और आसूचना प्रकोष्ठ के अधीक्षक सी. प्रसाद ने मीडिया को बताया कि ब्यूरो को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी. सूचना दी गई थी कि चित्तौड़गढ़ के नरधारी में अफीम का लेनदेन होने वाला है. टीम के सदस्य दो वाहनों में सवार होकर चित्तौड़गढ़-उदयपुर हाईवे पर स्थित वैभव नाम की होटल के पास पहुंचे. मुखबिर के बताए अनुसार वहां दो युवक थे. उन्हें कार्रवाई का शक ना हो इसलिए पहले से आधे सदस्य सिविल ड्रेस ने आए थे. टीम के सदस्य उनके पास पहुंचे और उन्हें दबोच लिया. इसके बाद उनसे 4 किलो अफीम बरामद हुई जिसका अनुमानित मूल्य 20 लाख रुपए है.
राजसमंद से खरीदने चित्तौड़गढ़ आया था आरोपी
मामले में चित्तौड़गढ़ निवासी किशन गाडरी और राजसमंद निवासी देवीलाल जाट को गिरफ्तार किया है. इसमें देवीलाल राजसमंद से बोलेरो गाड़ी लेकर आया था और किशन बाइक से 4 किलो अफीम लेकर आया था. यहां अफीम देवीलाल खरीदने वाला था. खरीद कर राजसमंद ने बेचने का प्लान था. पूछताछ में सामने आया कि दोनों खरीद-फरोख्त का काम करते हैं. मामले का आगे की जांच जारी है. कार्रवाई करने वाली टीम में इंस्पेक्टर प्रदीप लोर, परमवीर सिंह, सब इंस्पेक्टर समृद्ध, शकील अहमद सहित अन्य शामिल थे.