Rajasthan News: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) जिले स्थित सांवलिया सेठ मंदिर (Sanwalia Seth Temple) में हर महीने की तरह इस बार भी कृष्ण पक्ष चतुर्दशी पर परंपरा अनुसार शुक्रवार को दान पत्र खोला गया और भेंट राशि की गणना की गई. इससे पहले मंडजर मंडल और बोर्ड सदस्यों ने राजभोग की आरती की. चढ़ावे की गणना में नगदी के साथ कई सोने-चांदी के सिक्के मिले. गणना के लिए पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. भगवान का भंडार मंदिर मंडल अध्यक्ष भेरू लाल गुर्जर और बोर्ड सदस्यों की उपस्थिति में खोला गया.
एक दिन में पूरी नहीं हुई गणना
चढ़ावे की गणना 1 दिन में पूरी नहीं हो पाई. पहले दिन 4.1 करोड़ रुपये निकले. वहीं अभी भी कई नोटों और आभूषणों की गणना बाकी है. भंडार गणना में मंदिर मंडल के प्रशासनिक अधिकारी कैलाश चंद्र दाधीच, कैशियर नंदकिशोर टेलर, संपदा प्रभारी कालू लाल तेली, संस्थापक प्रभारी लहरी लाल धनगर के साथ ही मंदिर और बैंको के कर्मचारी व अधिकारी शामिल हुए. भंडार की शेष राशि की गणना सोमवार को होगी. इधर पुजारी नारायण दास और नितेश वैष्णव ने भगवान का तिरुपति बालाजी रूप में विशेष शृंगार किया.
दूर-दूर से आते हैं श्रद्धालु
सांवलिया सेठ के दर्शन के लिये दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. कहा जाता है कि लोग मन्नते मांगते हैं कि उनका काम पूरा हो गया तो हिस्से की कुछ राशि यहां भेंट की जाएगी. ऐसे में कई लोगों की मन्नते पूरी होती हैं तो यहां चढ़ावा चढ़ाया जाता है. यहां भंडारे में कई बार ऐसे कीमती सामान भी निकलते हैं जिसे देखकर सभी चौंक जाते हैं. कभी वाहनों की चाबियां मिलती हैं तो कभी सोने के भारी बिस्किट तक निकलते हैं.