Rajasthan News: चित्तौड़गढ़ के गौमुख कुंड में बह रही तेज जल धारा, दोनों शिवलिंग डूबे, लोगों के जाने पर रोक
Chittorgarh News: चित्तौड़गढ़ दुर्ग स्थित गौ मुख में पानी का प्रवाह बढ़ गया है. गौ मुख कुंड में चट्टानों के अंदर से पानी आता है, लेकिन यह साल भर लगातार कैसे आता है, यह अब तक कोई नहीं जान पाया है.
Udaipur News: राजस्थान (Rajasthan) के कई हिस्सों को मॉनसून जमकर भिगो रहा है. कई जगह जलाशय ओवर फ्लो होकर बह रहे हैं, तो कई जगह घरों में पानी घुस गया है. उदयपुर (Udaipur) संभाग का चित्तौड़गढ़ दुर्ग (Chittorgarh Fort) भी पानी से अछूता नहीं रहा है. यहां स्थिति है गौ मुख कुंड में पानी का प्रवाह बढ़ गया है. हालात ऐसे हो गए हैं कि गौ मुख कुंड स्थित मंदिर में विराजित शिवलिंग जलमग्न हो गया है. इसी कारण फिलहाल मंदिर में जाने की रोक लगा दी गई है.
यहां के पुजारी पवननाथ का कहना है कि सावन की शुरुआत में ही शिवलिंग जलमग्न होना शुरू हो गया था. अब 12 फिट तक पानी भर चुका है. ऐसे में शिवलिंग का श्रृंगार भी नहीं हो पा रहा है. वहीं मंदिर कक्ष में पानी भर जाने के कारण लोगों की एंट्री बंद कर दी गई है. चित्तौड़गढ़ दुर्ग एक विशाल दुर्ग है. ये सभी दुर्गों का सिरमौर कहा जाता है. दरअसल, यहां गाय के मुख जैसी आकर की दो छोटी चट्टाने हैं, जहां पूरे साल भर जल प्रवाह रहता है. पानी जहां एकत्र होता है, वो कुंड है. ये करीब 60 फिट गहरा है.
निकाला जा रहा पानी
गौ मुख कुंड में चट्टानों के अंदर से पानी आता है, लेकिन यह साल भर लगातार कैसे आता है, यह अब तक कोई नहीं जान पाया है. अब यह कुंड पूरा भर चुका है. ऐसा नहीं कि यह स्थिति पहली बार बनी है, लेकिन यह भी सही है कि ऐसी स्थिति अगस्त में होती थी. जो इस बार जुलाई में ही हो गई है. मंदिर कक्ष में पानी जमा होने के कारण श्रद्धालु शिवलिंग के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में वहां दो मोटर लगाकर पानी को लिफ्ट किया जा रहा.
यह मोटर दिन रात लगातार चलाई जा रही है. लेकिन गौ मुख से पानी का प्रवाह इतना तेज है कि जल स्तर में कोई अंतर नहीं दिखाई दे रहा है. फिलहाल भक्त बाहर से ही दर्शन कर वापस जा रहे हैं.