Chittorgarh Crime News: चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) में एक बुजुर्ग की जुबान क्या फिसली उसको जूतों की एक पोटली सिर पर रखकर सेकड़ों लोगों के सामने हाथ जोड़कर माफी मांगनी पड़ी. माफी मांगते हुए बुजुर्ग का लोग वीडियो बनाते रहे, लेकिन किसी ने आवाज तक नहीं उठाई. वहीं माफी मांगते हुए बुजुर्ग का सोशल मीडिया पर जम कर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में गांव की पंचायत ने एक वृद्ध व्यक्ति के सिर पर जूतों की पोटली उठवा कर सैकड़ों लोगों के सामने उससे सार्वजनिक तौर पर माफी मंगवाई. हालांकि एबीपी न्यूज इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता.


वहीं इस घटना के विरोध में दलित समाज के संगठनों ने आक्रोश जताते हुए चित्तौड़गढ़ के एसपी को परिवाद पेश कर कार्रवाई की मांग की है. वहीं जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें बुजुर्ग ने हाथ जोड़कर सिर पर एक पोटली उठा रखी है, जिसमे जूते बंधे हुए है. ये वीडियो चित्तौड़गढ़ के बेगू उपखंड के दुगार गांव का है. वीडियो 16 सितंबर का बताया जा रहा है  इस वीडियो के सामने आने के बाद दलित समाज में गहरा रोष व्याप्त हो गया है. वहीं इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मचा गया है. दरअसल, गांव की पंचायत ने यह सजा बुजुर्ग को उसकी जुबान फिसलने के कारण दी. बुजुर्ग ने एक लोक देवता की कथा सुनाने के दौरान बगड़ावत शब्द को पढ़ते समय जुबान फिसलने के कारण उसका गलत उच्चारण कर दिया.


दलित समाज ने प्रकट किया रोष
इससे समाज विशेष के लोगों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने 16 सितंबर की शाम गांव में पंचायत बुलाकर बुजुर्ग को डराया-धमकाया. इसके बाद बुजुर्ग को जूतों से भरी पोटली को सिर पर रखकर माफी मांगने का फरमान सुना दिया गया. इसके बाद भयभीत हुए बुजुर्ग सिर पर जूते रखकर मांफी मांगी. इस दौरान बुजुर्ग हाथ जोड़कर बार बार माफ करने की गुजारिश करता रहा. इस बीच मौके पर मौजूद सैकड़ो लोगों की भीड़ तमाशाबीन बनकर यह नजारा देखती रही.  इसको लेकर कुछ लोग वीडियो भी बनाते हुए नजर आए. वहीं इस घटना के विरोध में दलित समाज के संगठनों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया है. इसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी और मानवाधिकार आयोग को भी परिवाद भेजा है.


इसके अलावा संगठनों के प्रतिनिधियों ने चित्तौड़गढ़ के एसपी को भी परिवाद देकर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इस पर एसपी ने संबंधित पुलिस थाने को इस मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. उधर दलित संरक्षक प्रोफेसर निर्मल देसाई ने बताया कि ये वीडियो 16 दिसंबर की शाम का बताया जा रहा है. उनका कहना है कि बुजुर्ग व्यक्ति और उसके परिवार को इतना आतंकित किया है कि वे डर के मारे घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं.


भीलवाड़ा से सुरेंद्र सागर की रिपोर्ट.


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