Rajasthan News: राजस्थान में बीजेपी हो या कांग्रेस इनकी सियासी हलचले या तो राजधानी में देखने की मिलती है फिर इसके बाद मेवाड़ में, क्योंकि मेवाड़ दोनों ही पार्टी के लिए हमेशा एक बड़ा केंद्र रहा है. ऐसा ही एक घटनाक्रम मेवाड़ (उदयपुर) में हुआ. दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मेवाड़ में दो दिन के दौरे पर हैं. गहलोत सचिन पायलट के खास और खुद में विरोधी रहे दिवंगत पूर्व वल्लभनगर विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के उदयपुर स्थित घर भी पहुंचे. बड़ी बात तो यह है कि वह गजेंद्र सिंह शक्तावत के घर अकेले नहीं पहुंचे. सीएम के साथ गोविंद सिंह डोटासरा सहित अन्य कई मंत्री भी मौजूद थे. यह तस्वीर देखते ही सब तरफ चर्चाओं का दौर शुरू हो गया. 


वल्लभनगर विधायक प्रीति शक्तावत का उदयपुर शहर के फतहपुरा क्षेत्र में निवास स्थान है. यहां पर सीएम गहलोत और उनके साथ कई मंत्री पहुंचे और नाश्ता किया. इसके बाद कई चर्चाएं हुई. वहां उपस्थिति कुछ लोगों का कहना है कि सीएम ने सभी को मेवाड़ की 25 में से 20 सीटे जीतने का लक्ष्य दिया है. यह भी कहा कि पहले मेवाड़ कांग्रेस का गढ़ था, बीजेपी ने झूठ फैला रखा है जिससे जनता परेशान है. अब जोश से चुनावी मैदान में उतरना है और बीजेपी को हरा कर कांग्रेस का परचम लहराना है. बैठक के बाद प्रीति शक्तावत के घर के बाहर कांग्रेस कार्यक्रताओं की भारी भीड़ जमा हो गई. बैठक के बाद सीएम गहलोत ने सभी से मुलाकात की. 


इस्तीफा घटनाक्रम में गहलोत का साथ
जब गजेंद्र सिंह शक्तावत विधायक पद पर कार्यरत थे तब भी गहलोत-पायलट के बीच सियासी खींचतान हुई थी. यह कह सकते हैं दोनों में लंबे समय से खींचतान चल रही है. इस खींचतान के समय गजेंद्र सिंह शक्तावत ने खुलकर सचिन पायलट का साथ दिया था. इधर हाल ही में कांग्रेस विधायकों का इस्तीफा प्रकरण हुआ था, जिसमें विधायक प्रीति शक्तावत ने भी इस्तीफा दिया था. इस्तीफे के बाद वह मीडिया के सामने आई और कांग्रेस के ही कुछ नेताओं का नाम लिया जिसमें गहलोत की कोई गलती नहीं बताई थी. 


ये विधायक, मंत्री साथ थे
सीएम गहलोत के साथ गोविंद सिंह डोटासरा, कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य और उदयपुर पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा, पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरजा व्यास, प्रभारी मंत्री रामलाल जाट, टीएडी मंत्री अर्जुन बामनिया, पूर्व विधायक सज्जन कटारा, राज्यमंत्री जगदीश राज श्रीमाली सहित अन्य कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थिति थे.



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