Rajasthan Government Mission 2030: राजस्थान में साल के आखिर तक विधानसभा चुनाव होने हैं. इसको लेकर सभी राजनीतिक दल चुनावी मोड में आ गए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी सरकार को रिपीट होने का दावा कर रहे हैं. प्रदेश सरकार में जनता में अपनी पैठ बनाने के लिए, मिशन 2030 को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. इस मिशन के तहत प्रदेश के हर विभाग और आमजन से राजस्थान के मिशन 2030 के बारे में सुझाव मांगे जा रहे है. 


मंगलवार (22 अगस्त) को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मिशन 2030 के तहत, कई जिलों के सरकारी विभाग के अधिकारीयों और प्रभुत्वजनों के साथ वर्चुअली जुड़कर उनसे सवांद किया. इस दौरान सीएम ने उनसे सुझाव भी मांगे. संवाद कार्यक्रम में डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के प्रोफेसर एवं डीन राजेश भारद्वाज ने मिशन राजस्थान 2030 को लेकर सरकार को सुझाव दिया.


प्रदेश में यूनानी और आयुर्वेद के लिए सरकार ने खोले यूनिवर्सिटी


प्रोफेसर राजेश भारद्वाज ने प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए कहा कि, 'आजादी के बाद राजस्थान में आयुर्वेद विश्वविद्यालय को पहली बार किसी सरकार में बढ़ावा मिला है. प्रदेश में नई यूनानी और आयुर्वेद सरकारी विश्वविद्यालय खोले गए हैं, इसके अलावा योगा के 8 विश्वविद्यालय भी खोले गए हैं. ऐसा पहली बार हुआ है. उन्होंने प्रदेश सरकार को सलाह देते हुए कहा कि आयुर्वेद को लेकर जागरूकता और बढ़ाई जानी चाहिए.


अंतरराष्ट्रीय छात्रों को आयुर्वेद की शिक्षा के करें प्रेरित- राजेश भारद्वाज


प्रोफेसर राजेश भारद्वाज ने कहा कि, जोधपुर आयुर्वेद विश्वविद्यालय में करोड़ों रुपए की लागत से पंच कर्म सेंटर खोला गया है. इसको बढ़ावा देने के लिए गुजरात के जामनगर आयुर्वेद विश्वविद्यालय की तर्ज पर काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय छात्रों को आयुर्वेद की शिक्षा के लिए प्रेरित करते हुए इंटरनेशनल एजुकेशन को बढ़ावा देना चाहिए. जोधपुर का डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन विश्वविद्यालय 900 एकड़ में बना हुआ है. देश का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय मिशन 2030 में इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने के लिए प्रयास किया जाना चाहिए.


राजेश भारद्वाज ने आयुर्वेद को लेकर दी ये सलाह


डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के डीन प्रोफेसर राजेश भारद्वाज ने सरकार से मांग की है कि, 'स्कूल स्तर पर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम में आयुर्वेद के मूल सिद्धांत, रितुचर्या-दिनचर्या के पालन के साथ, आहार विहार के सिद्धांतों को सहज भाषा में संकलन कर उन्हें पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में अन्य आयुष् महाविद्यालय के सभी चिकित्सालय को आरजीएस (RGHS) स्कीम के अंतर्गत शामिल किया जाए. पंचकर्म की तरह सर्जरी का भी एक एनु रेक्टल एक्सीलेंस सेंटर स्थापित किया जाए, जिससे कम खर्चे में गुणवत्ता पूर्ण इलाज रोगियों को मिल सके.


मिशन 2030 के लिए सीएम गहलोत ने मांगे सुझाव


दरअसल, सीएम अशोक गहलोत ने अपने बजट की घोषणा से पहले प्रदेश के सभी जिले से लोगों से सुझाव मांगे थे. जिसमें उन्होंने पूछा था कि बजट में किस तरह की घोषणा की जाए? उसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने बजट की घोषणा की थी, उसी तर्ज पर अब सीएम गहलोत ने राजस्थान में 2030 का मिशन बनाया है. इसके लिए सुझाव मांगे जा रहे हैं. 


ये भी पढ़ें: Exclusive: राजस्थान के 15 जिलों की ये 82 सीटे हैं 'गेमचेंजर', यहां जाट और किसान तय करते हैं उम्मीदवारों का भविष्य