Rajasthan Politics: छह महीनों में छठी बार भरतपुर के दौरे पर क्यों आ रहे हैं सीएम अशोक गहलोत, कांग्रेस के लिए क्या है पूर्वी राजस्थान की चुनौती
Rajasthan News: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पूर्वी राजस्थान के भरतपुर संभाग का गढ़ बचाने की कोशिश में 6 महीनो में भरतपुर का छठवीं बार दौरा प्रस्तावित है. वो 15 जून को दो कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
Bharatpur News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 (Rajasthan Assembly Election 2023) की तैयारियों में दोनों प्रमुख दल बीजेपी (BJP)और कांग्रेस (Congress) जुट गए हैं. वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में पूर्वी राजस्थान के भरतपुर संभाग के मतदाताओं ने कांग्रेस को सत्ता की चाबी सौंपी थी. मतदाताओं ने बीजेपी को सत्ता से बाहर कर दिया था .उस चुनाव में पूर्वी राजस्थान से बीजेपी का सूपड़ा साफ कर कांग्रेस को सत्ता की चाबी सौपी थी . भरतपुर संभाग की 19 विधानसभा सीटों में से केवल एक सीट ही बीजेपी जीत पाई थी. कांग्रेस को 13 सीटों पर सफलता मिली थी. वहीं बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने तीन सीटें जीती थीं. हालांकि बसपा के ये विधायक बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे. एक सीट राष्ट्रीय लोकदल (RLD) ने जीती थी,जो कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही थी. वहीं एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी .
अब दोनों ही प्रमुख दलों बीजेपी और कांग्रेस की नजर पूर्वी राजस्थान के भरतपुर संभाग पर है . भारतीय जनता पार्टी द्वारा बूथ लेवल तक कार्यकर्ताओं की नियुक्ति कर पन्ना प्रमुख की नियुक्ति की जा रही है . केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी संभाग के बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर जीत का मंत्र उनको दे चुके हैं. बीजेपी अपने संगठन और नरेंद्र मोदी और अमित शाह के चेहरे को लेकर चुनाव मैदान में जाएगी . विगत दिन नेता प्रतिपक्ष ने भरतपुर में कहा था की कांग्रेस के पास मोदी और अमित शाह जैसे चेहरे नहीं है .
कांग्रेस और बीजेपी की गुटबाजी
भारतीय जनता पार्टी द्वारा कांग्रेस के अशोक गहलोत और सचिन पायलट की मुख्यमंत्री की कुर्सी की लड़ाई को लेकर पार्टी में गुटबाजी बताते हैं तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीजेपी में वसुंधरा राजे को लेकर गुटबाजी बताते हैं . यह सही भी है जिस तरह कांग्रेस में सचिन पायलट का अपना वोट बैंक है उसी तरह पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का भी अपना वोट बैंक है . आपसी गुटबाजी दोनों ही पार्टियों के लिए घातक सिद्ध हो सकती है .
गढ़ बचाने की कोशिश में हैं मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी पूर्वी राजस्थान के भरतपुर संभाग के गढ़ को बचाने की कोशिश में लगे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का 6 महीनो में भरतपुर का छठवीं बार दौरा प्रस्तावित है . मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 15 जून को भरतपुर के सीकरी कस्बे में आने का कार्यक्रम है . वो सीकरी कस्बे में एक किसान सभा को संबोधित करेंगे. इस दौरान वो नगर विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का शिलान्यास भी करेंगे .
मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर तैयारियों में जुटा प्रशासन
जिला कलेक्टर लोकबंधु ने मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे को लेकर अधिकारियों की बैठक ली है. उनको आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं . जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को कहा है कि बजट घोषणाओं के तहत किए गए कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास की सूची तैयार की जाए और समस्त विभाग द्वारा बजट घोषणाओं की विभागीय प्रगति रिपोर्ट तैयार कर भिजवाया जाए . मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर प्रशासन और मंत्री ,विधायक तैयारियों में जुट गए हैं .
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का यह पिछले छह महीनो में भरतपुर संभाग का छठा दौरा होगा. मुख्यमंत्री का कहना है कि जिस तरह भरतपुर संभाग के मतदाताओं ने सत्ता की चाबी कांग्रेस को सौंपी है, उसी तरह कांग्रेस सरकार ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी है. संभाग से कई मंत्री और बोर्ड के अध्यक्ष बनाये गए हैं . कांग्रेस सरकार द्वारा महंगाई राहत शिविर के जरिए लोगों को जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है . 15 जून को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर जिले में महंगाई राहत शिविर का अवलोकन करेंगे.
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