Ashok Gehlot on RPSC Paper Leak: पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) पेपर लीक (Paper Leak) मामले में कार्रवाई की मांग करते आ रहे हैं, वहीं अब सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने चेतावनी दी है कि राज्य में पेपर लीक नहीं होने चाहिए. सीएम गहलोत ने कहा कि पेपर लीक को  लेकर कानून बना दिया गया, जेल में पड़े रहोगे. 


सीएम गहलोत ने  शनिवार को सांचौर, जालौर और रोहट में जनसभा की थी. सीएम गहलोत ने सभा में कहा, 'कुछ लोग पेपर लीक से कमाई करना चाहते हैं. उनके कारण लाखों बच्चे परेशान होते हैं. समय पर परीक्षा नहीं होती.' सीएम गहलोत ने सांचौर में पेपर लीक गैंग से जुड़े आरोपियों को चेतावनी भी दी. इसके बाद श्रम राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई की ओर इशार करते हुए कहा, 'मंत्री जी, पेपर लीक में कुछ आरोपी आपके गांव के भी थे. हमने किसी को नहीं बख्शा है. कान खोलकर सुन लो सरकार किसी भी दोषी को नहीं बख्शेगी.' 


सीएम गहलोत का दिखा रौद्र रूप
बताया जा रहा है कि जब सीएम जनसभा कर रहे थे तो माइक अचानक खराब हो गई और उससे आवाज नहीं आ रही थी. वह इतने नाराज हो गए कि माइक सीधे कलेक्टर के सामने ही फेंक दिया. इसके बाद कलेक्टर ने चुपचाप माइक उठाई और फिर खड़े हो गए. सीएम गहलोत सर्किट हाउस में महिलाओं से बातचीत कर रहे थे जहां उनके पीछे कई लोग खड़े थे. सीएम गहलोत इस व्यवस्था को लेकर एसपी और कलेक्टर पर नाराज नजर दिखे. 


नकल विरोधी कानून के बावजूद हो रहे पेपर लीक
बता दें कि कांग्रेस नेता सचिन पायलट लगातार पेपर लीक मामले को उठाते रहे हैं. यहां तक कि उन्होंने इसको लेकर अजमेर से जयपुर के बीच पांच दिवसीय पदयात्रा भी निकाली थी. मार्च 2022 में राजस्थान विधानसभा में सरकार ने नकल विरोधी कानून पारित करवाया था लेकिन इसके बावजूद भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाएं सामने आ रही हैं. 


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