Ashok Gehlot on Caste Census: राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार ने प्रदेश में जाति आधारित गणना का एलान किया है. इसपर बीजेपी का कहना है कि चुनाव से पहले आखिरी समय में जाति आधारित सर्वे की घोषणा करना कांग्रेस का जुमला है. सीएम अशोक गहलोत ने इसपर बीजेपी को जवाब भी दिया. उन्होंने कहा, 'यह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अधिवेशन की घोषणा है जिसे हमने लागू किया गया है. यह एलान सोच समझ कर किया गया है. संविधान के अंदर 'राइट टू प्रिंसिपल्स' के अंतर्गत यह भावना है जो कांग्रेस के फैसले में झलकती है.' अशोक गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी भी यह कह चुके हैं कि ये मेरी गलती है कि जातीय जनगणना पहले नहीं कराई गई. इससे ज्यादा एक नेता क्या कह सकता है?
अशोक गहलोत ने कहा कि ये मान लीजिए जातीय जनगणना होगी. महिला आरक्षण बिल को भी राजीव गांधी ने शुरू की थी. सोनिया गांधी ने इसके लिए बहुत प्रयत्न किए. एक सदन में पास हो गया लेकिन दूसरे में पास नहीं हो सका. अभी बीजेपी ये बिल लेकर आई, तो सबने उसका स्वागत किया. अब हम चाहते हैं कि ओबीसी महिलाओं के लिए काम करें. उनका भी हक बनता है इसलिए 33 प्रतिशत के अंदर ओबीसी महिलाओं के लिए भी आरक्षण होना चाहिए. यह कांग्रेस पार्टी की मांग है.
'आज नहीं तो कल पीएम मोदी करेंगे स्वागत'
अशोक गहलोत ने कहा कि जैसे कांग्रेस ने बीजेपी सरकार के महिला आरक्षण के फैसले का स्वागत किया है वैसे ही उन्हें हमारे जातीय गणना के फैसले का स्वागत करना चाहिए. हमारे देश में जाति कभी समाप्त नहीं होने वाली हैं. हमें सभी जातियों को साथ लेकर चलना पड़ेगा, ताकि हमारा देश अखंड रहे और मजबूत बने. जनता को भी यह लगे कि उनके साथ न्याय हो रहा है. हम उम्मीद करते हैं प्रधानमंत्री आज नहीं तो कल, कांग्रेस के इस निर्णय का स्वागत करेंगे और इसे लागू करेंगे.