CM Ashok Gehlot ने शेयर किए आंकड़े, बताया देश भर में अपराध के मामलों में क्या है राजस्थान का हाल
Rajasthan News: सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने अपराध को लेकर आंकड़े शेयर किए हैं. उन्होंने कहा है कि, NCRB के आंकड़ों के आधार पर राजस्थान में 2019 से 2020 में अपराध कम हुए हैं.
Rajasthan CM Ashok Gehlot Reaction over Crime: राजस्थान में महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ लगातार अपराध (Crime) के मामले सामने आ रहे हैं. अपराध रोकने में पुलिस की तमाम कोशिशें भी बेअसर नजर आ रही हैं. हालांकि, राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पहले ही इस बात को कह चुके हैं कि, राज्य में सुदृढ़ कानून-व्यवस्था और अपराधों की प्रभावी रोकथाम राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. भले ही सीएम अपराध पर रोकथाम की बात कह रहे हों लेकिन राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा (BJP) कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर गहलोत सरकार पर लगातार हमलावर है.
सीएम गहलोत ने शेयर किए आंकड़े
इस बीच अपराध को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर आकंड़े शेयर किए हैं. इस दौरान सीएम ने ये भी कहा कि, ''राजस्थान की कानून व्यवस्था को लेकर बहुत बात की जाती है जबकि NCRB के आंकड़ों के आधार पर राजस्थान में 2019 से 2020 में अपराध कम हुए हैं. इस अवधि में पूरे देश के अंदर अपराध के आंकड़ों में वृद्धि हुई है, राज्यों में अपराध बढ़े हैं और राजस्थान में अपराधों की संख्या में कमी आई है.''
राजस्थान की कानून व्यवस्था को लेकर बहुत बात की जाती है जबकि NCRB के आंकड़ों के आधार पर राजस्थान में 2019 से 2020 में अपराध कम हुए हैं। इस अवधि में पूरे देश के अंदर अपराध के आंकड़ों में वृद्धि हुई है, राज्यों में अपराध बढ़े हैं और राजस्थान में अपराधों की संख्या में कमी आई है। pic.twitter.com/QqhO8Hc0Js
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 15, 2022
पुलिस को निष्पक्ष तरीके से करना चाहिए काम
बता दें कि, हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृह विभाग (Home Department) की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा था कि, पुलिस का ये प्रयास होना चाहिए कि हर अपराध (Crime) की कम से कम समय में गहनता से जांच हो और अपराधी को सजा एवं पीड़ित को जल्द से जल्द से न्याय मिले. उन्होंने ये भी कहा था कि पुलिस को अपना काम बिना किसी दबाव के निष्पक्षता और सकारात्मक सोच के साथ करना चाहिए.
सरकार ने उठाए कई कदम
समीक्षा बैठक में सीएम गहलोत ने ये भी कहा था कि, राज्य में पुलिस की कार्यशैली को आधुनिक और जनता के अनुकूल बनाने के मकसद से कई कदम उठाए गए हैं. थानों में स्वागत कक्ष, महिला अपराधों की रोकथाम और प्रभावी जांच के लिए हर जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद का सृजन, एफआईआर दर्ज किए जाने को अनिवार्य बनाना, जघन्य अपराधों के लिए अलग इकाई का गठन, महिला एवं बाल डेस्क का संचालन, सुरक्षा सखी, पुलिस मित्र, ग्राम रक्षक और महिला शक्ति आत्मरक्षा केंद्र जैसे नए कदम भी उठाए गए हैं. इनका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहा है.
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