Rajasthan: जोधपुर में सचिन पायलट को लेकर लगे पोस्टर से चढ़ा सियासी पारा, पलटवार करेंगे पूर्व डिप्टी CM?
Poster War in Rajasthan Congress: राजस्थान कांग्रेस में अब पोस्टर वॉर शुरू हो गया है. जोधपुर शहर में पायलट के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं. पोस्टर के जरिए उनसे सवाल किया गया है.
Rajasthan Politics News: राजस्थान में कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. चुनाव से पहले सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट के बीच आरोप-प्रत्यारोप के साथ जुबानी जंग तेज होती जा रही है. अब पोस्ट वार भी शुरू हो गया है. जोधपुर (Jodhpur) शहर में ऐसा ही एक पोस्टर लगा है जो कि शहरवासियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. पोस्टर में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की फोटो लगी है. पोस्टर के जरिए सचिन पायलट से सवाल किया गया है.
पोस्टर में सचिन पायलट से पूछा गया है कि वह संजीवनी घोटाले पर चुप क्यों हैं, जनता इसका जवाब मांगती है. यह पोस्टर गुरुवार को जोधपुर में 10 जगह पर लगाए गए हैं. उसके नीचे जोधपुर जिला कांग्रेस कमेटी के 3 लोगों के फोटो और नाम दर्ज हैं. उधर, कुश गहलोत ने बताया कि भ्रष्टाचार उजागर करना जांच की मांग करना अच्छी बात है. जनहित में यह मुद्दे उठाने चाहिए. जोधपुर सांसद और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इतना बड़ा घोटाला किया. लोगों के पूरे जीवन भर की मेहनत की कमाई के लाखों-करोड़ों रुपए का गबन हो गया. इस घोटाले पर सचिन पायलट की जुबान क्यों बंद है? अभी तक संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी का मुद्दा क्यों नहीं उठाया जा रहा है? पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एक बार भी संजीवनी घोटाले पर उंगली नहीं उठाई है.
शेखावत से क्या है गहलोत का रिश्ता, पोस्टर में सवाल
कुश गहलोत ने आगे कहा कि सचिन पायलट ने ना कभी किसी सार्वजनिक मंच से इस घोटाले के बारे में बात की है. ना कभी किसी सोशल मीडिया पर इसके विरोध में कुछ लिखा है. जनता जानना चाहती है कि सचिन पायलट ऐसा क्यों कर रहे हैं? मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट से पोस्टर लगाकर सवाल पूछा रहे हैं. आखिर सचिन पायलट और गजेंद्र सिंह शेखावत का यह कैसा रिश्ता है. सचिन पायलट अजमेर से जयपुर तक जन संघर्ष यात्रा निकालते हैं. जयपुर के भांकरोटा में सभा करते हैं. अपनी ही सरकार के खिलाफ खुलकर हमला बोलते हैं. और उस दिन गजेंद्र सिंह शेखावत उनकी तारीफ करते हैं.