Rajasthan News: राजस्थान की पूर्ववर्ती अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार में 19 नए जिले बनाए गए थे जिसकी अधिसूचना जारी कर दी गई थी जबकि चुनाव से ठीक पहले अक्टूबर में भी तीन नए जिलों की घोषणा की गई थी लेकिन उसका नोटिफिकेशन नहीं आया था. नए जिलों के निर्माण के मुद्दे पर सीएम भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) की सरकार ने जांच कराने का फैसला किया है. डिप्टी सीएम प्रेम चंद बैरवा (Prem Chand Bairwa)  ने कहा कि जिस तरह से आनन-फानन में नए जिले सृजित किए गए उनमें कई खामियां थीं. 


समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में प्रेम चंद भैरवा ने कहा, ''जब पिछली सरकार ने आनन-फानन में नए जिले सृजित किए उनमें कई खामियां थीं. जो हमारे सीएम को महसूस हुई और इसके लिए कमिटी बनाई. य़ह कमेटी जांच के बाद हमें रिपोर्ट सौंपेगी. हम हर आम व्यक्ति से बात करेंगे. उनके द्वारा बताई गई खामियां और कमियों को, उनकी बात को सीएम के सामने रखेंगे.''






गहलोत सरकार में बनाए गए थे ये 19 जिले
राजस्थान में अगस्त 2023 में 19 नए जिले बनाने का एलान हुआ था. इसके तहत अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, दूदू, जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, गंगापुर सिटी, केकड़ी, कोटपुतली, बहरोड़, खैरतल, नीमकाथाना, सांचोर, फलोदी, सलुंबर और शाहपुरा को नया जिला बनाया गया था जिसके साथ ही राजस्थान में जिलों की संख्या 50 हो गई थी. साथ ही तीन संभाग बांसवाड़ा, सीकर और पाली बनाया गया था. 


इन तीन जिलों का अटका है मामला
वहीं, चुनाव के ठीक पहले अक्टूबर महीने में मालपुरा,  सुजानगढ़ और  कुचामन सिटी को नया जिला बनाने की घोषणा तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत ने की थी. गहलोत ने कहा था कि जनता की मांग और उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसा के अनुसार राजस्थान में तीन नए जिले और बनाए जाएंगे. हालांकि इन तीन जिलों का गजट नोटिफिकेश जारी न हो पाने के कारण इस पर मौजूदा सीएम भजनलाल शर्मा को फैसला लेना था. लेकिन उनकी सरकार ने जिलों के निर्माण पर जांच बिठा दी है. 


ये भी पढ़ें- ABVP-RSS और VHP से जुड़े वकीलों की हाई कोर्ट में एंट्री, गवर्मेंट काउंसिल में मिली जगह