Rajasthan Politics Crisis: राजस्थान में कांग्रेस सरकार में मंत्री राजेंद्र सिह गुढ़ा ने मौजूदा राजनीतिक संकट पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि मेरी निजी राय में राजस्थान का मुख्यमंत्री सचिन पायलट के अलावा दूसरा और कोई नहीं है. गुढ़ा का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब राज्य में गहलोत गुट के विधायकों ने बगावत कर दी है. करीब 90 विधायकों ने स्पीकर सीपी जोशी को इस्तीफा भेज दिया है.
गुढ़ा ने कहा कि एक बस में 90 लोग बैठ भी नहीं सकते है, जिन भी लोगों को बुलाया है, वो छल करके बुलाया था. शांति धारीवाल पर निशाना साधते हुए गुढ़ा ने कहा कि धारीवाल जी के घर में लक्ष्मी और महालक्ष्मी का पदार्पण ज्यादा हो गया है, उनके डिपार्टमेंट में जनता की कोई सेवा नहीं की. विधायकों के इस्तीफे पर गुढ़ा ने कहा कि इस्तीफे देने का नाटक किया, आलाकमान के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए था.
इससे पहले खिलाड़ी लाल बैरवा ने भी कहा था कि सचिन पायलट को राज्य का सीएम होना चाहिए. खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा कि अशोक गहलोत को अब मुख्यमंत्री रहने और अध्यक्ष बनने में भी संशय है. सचिन पायलट ने सोनिया गांधी से टाईम मांगा है. कुछ लोगों ने पार्टी के अंदर अनुशासन को तोडा है. अब लोग कह रहे है कि हम आलाकमान के साथ हैं. अगर गहलोत के साथ विधायक नहीं है तो वो इस्तीफा दे दें.
दिल्ली आ गए हैं सचिन पायलट
उधर, सोमवार को कांग्रेस विधायक गंगा देवी ने कहा था कि चिट्ठी के विषय में मुझे कोई जानकारी नहीं है मैं वहां देर से पहुंची थी. मैंने चिट्ठी नहीं पढ़ी थी, मैंने इस्तीफा नहीं दिया, आलाकमान जो फैसला करेंगे हम उसके साथ हैं. पर्यवेक्षक से हमारी मिलने की बात थी लेकिन हम नहीं जा सके.
वहीं राजस्थान में जारी राजनीतिक सरगर्मियों के बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मंगलवार को दिल्ली आ गए. पायलट के करीबी सूत्रों ने कहा कि पायलट निजी काम से दिल्ली गए हैं और इसका मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम से कुछ लेना देना नहीं है. वे दोपहर में नियमित उड़ान से दिल्ली गए. सचिन पायलट के करीबी सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी से मुलाकात का फिलहाल कार्यक्रम नहीं है. पायलट वेट एंड वॉच की रणनीति पर चल रहे हैं